
bhopal ijtema 2025: भोपाल के ईंटखेड़ी में 78वें आलमी तब्लीगी इज्तिमे का समापन सामूहिक दुआ के साथ हो गया। मौलाना सआद कांधालवी साहब ने यह दुआ कराई। दुआ ए खास के दौरान मौलाना ने पहले अरबी में दुआ की। इसके बाद मौजूद मजमे को जोड़ते हुए उर्दू में भी दुआओं का निजाम चला। सभी ने देश-दुनिया की तरक्की और अमन की दुआ मांगी। खास बात यह है कि दुनिया के कई देशों से आए 13 लाख से अधिक मुस्लिम धर्मावलंबियों ने सामूहिक दुआ की।
आयोजन स्थल से लेकर तीन किमी तक सड़क खेत और घरों में बैठे लोगों ने आमीन कहा। दुआ ए खास में शिरकत के लिए बड़ी तादाद में लोगों ने रात से ही इज्तिमागाह पहुंचना शुरू कर दिया था। कुछ लोगों ने अल सुबह इज्तिमागाह का रुख किया। सुबह से दुआ के लिए दौड़ ने शहर की अधिकांश सड़कों को वाहनों से भर दिया। हर शख्स इस मजमा ए खास में शामिल होने के लिए उतावला दिखाई दे रहा था। जिस दौरान मौलाना सआद साहब दुआ कर रहे थे, सारा मजमा पिन ड्रॉप साइलेंट की मुद्रा में दिखाई दे रहा था। दूर दूर तक सिर्फ मौलाना की आवाज गूंज रही थी और बीच बीच में लोगों की आमीन की आवाज़े इसमें शामिल हो रही थीं।
आलमी तबलीगी इज्तिमा के आखिरी दिन सोमवार को सुबह 10.30 बजे दुआ ए खास होने का ऐलान किया गया था। इस लिहाज से लोगों का इज्तिमागाह पहुंचने का सिलसिला भी अल सुबह से शुरू हो गया था। मौलाना सआद साहब ने अपना बयान पूरा करने के बाद दुआ ए खास की शुरुआत की। मजमे में मौजूद करीब 13 लाख से भी ज्यादा लोगों दुआ के साथ आमीन की सदाएं गुंजायमान की। खामोशी के दुआ ए खास और आमीन का सिलसिला करीब 30 मिनट तक जारी रहा। सुबह करीब 10.24 बजे शुरू हुई दुआ करीब 10.54 बजे तक चला। दुआ पूरी होने के बाद भोपाल मरकज के इकबाल हफीज ने जमातियों को वापसी का शेड्यूल समझाया।
दुआ के बाद लोगों की रवानगी का सिलसिला शुरू हो गया। यहां से कुछ लोग अपने घरों को लौटे तो कुछ दीन सीखने के मकसद से चार माह और चालीस दिन की जमातों में निकले। 14 नवंबर को हुई शुरूआत के बाद सोमवार को इस मजहबी समागम का समापन हुआ। जिसमें करीब 13 लाख लोगों ने शिरकत की।
चार दिन के आलमी तब्लीगी इज्तिमा में 13 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे। हजारों वाहन थे। इज्तिमा स्थल ईटखेड़ी पहुंचने के रास्ते भी सीमित। बावजूद इसके न तो कहीं जाम लगा और न ही कहीं यातायात रुका। इन इंतजामों में लगे पुलिस, प्रशासन के अधिकारियों के साथ हजारों वॉलेन्टियर्स की कई दिनों की मेहनत के चलते ये आसान हो पाया। इज्तिमा के समापन के बाद रास्तेभर वॉलेन्टियर्स ने यातायात इंतजाम संभाले रखा। गोलखेड़ी से होकर कई गांवों को लांघते हुए अचारपुरा बायपास तक आने वाले मार्ग की व्यवस्था हिन्दू भाइयों ने संभाल रखी थी। इनमें एक पूर्व सरपंच भी शामिल थे।
चार दिन के इस आयोजन में देशभर से उलेमाओं की तकरीर हुई। सोमवार सुबह फजिर की नमाज के बाद की तकरीर में फिर से उन बातों को दोहराया गया। सुबह फजिर की नमाज के बाद बयान किया गया। इनके बाद तबलीगी की मुख्य 6 बातों की तालीम दी गई। दुआ-ए-खास से पहले मौलाना सआद साहब ने जमात में निकलने वालों को खास ताकीद देते हुए बयान किया। चार दिन चलीं इन मजलिसों में उलेमा बोले अल्लाह की मर्जी के बिना कोई काम नहीं होता। ये अकीदा तोड़ने से खराब हालात होंगे। नेक राह जो बताई गई है, उस पर चलने वाले बनो तो तुम्हारी हर परेशानी खत्म हो जाएगी। आपसी रिश्ते बेहतर रखने और सबके काम आने की हिदायत भी मजमे को दी गई।

bhopal ijtema 2025: भोपाल में हुए इज्तिमे का सोमवार को समापन हो गया। (photo patrika)
आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दौरान सहयोग करने वाले सभी लोगों और संस्थाओं का इज्तिमा इंतेजामिया कमेटी ने आभार जताया। जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, पीएचई, विद्युत विभाग, रेलवे, स्वास्थ्य विभाग के सभी जमीनी कर्मचारियों व आला अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया।
Updated on:
17 Nov 2025 06:26 pm
Published on:
17 Nov 2025 06:24 pm

