
भिवाड़ी. हाल ही में तेज रफ्तार डंपर ने जयपुर में कहर बरपाया। इसी तरह गत वर्ष 20 दिसंबर को जयपुर-अजमेर हाईवे पर अवैध कट की वजह से अग्निकांड हुआ था। पत्रिका ने उद्योग नगरी से गुजरने वाले रेवाड़ी पलवल हाईवे और अलवर-भिवाड़ी मेगा हाईवे पर बने अवैध कट की पड़ताल की। भांकरोटा में दिल दहलाने वाले हादसे के दस महीने बाद भी हालत में सुधार नजर नहीं आ रहा है। उद्योग क्षेत्र से रेवाड़ी पलवल हाईवे का करीब चार किमी का हिस्सा निकलता है। इस पर ही करीब एक दर्जन स्थानों पर अवैध कट बने हुए हैं। इन कट से हमेशा हादसे का डर सताता रहता है। इन कट से वाहनों का दोनों तरफ आवागमन होता है। बाइक से लेकर चार पहिया तक वाहन यातायात नियमों को तोडक़र इधर-उधर दौड़ते नजर आते हैं। एक वाहन के मुडऩे पर पीछे की तरफ तुरंत जाम लग जाता है। इन अवैध कट के पास खड़े होकर यातायात की पड़ताल की तो हालत चिंताजनक निकली। अवैध रूप से बनाए गए ये कट कभी भी कोई बड़े हादसे को अंजाम दे सकते हैं। मनमर्जी के इन कट से यातायात बाधित होने के साथ ही बड़ी दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी रहती है। ओवरलोड पकडऩे पर परिवहन विभाग ने 308 लाइसेंस, परमिट निरस्तीकरण की कार्रवाई की है। यातायात पुलिस ने शराब पीने के बाद गाड़ी चलाने पर 366 वाहनों को जब्त किया है। 15 अक्टूबर की रात को खानपुर चौक पर तेज रफ्तार कार भी अचानक से वाहन मोडऩे की वजह से टकराई थीं, जिसमें दो जनों की मौत हुई थी।
Published on:
06 Nov 2025 06:02 pm

