
प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में संचालित पन्नाधाय बाल गोपाल योजना एक बार फिर सुर्खियों में है। प्रदेशभर के स्कूलों में दूध पाउडर की किल्लत से नौनिहालों को दूध नहीं मिल पा रहा है। भीलवाड़ा समेत कई जिलों में मिल्क पाउडर का स्टॉक खत्म हो चुका है। शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयवार आवंटन आदेश जारी किए जाने के बावजूद अब तक राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) की ओर से आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है।
अप्रेल के बाद से नहीं पहुंचा नया स्टॉक
सरकार की ओर से अंतिम बार अप्रेल माह में विद्यालयों को दूध पाउडर की सप्लाई दी गई थी। इसके बाद से अधिकांश स्कूलों में स्टॉक समाप्त हो गया है। कुछ विद्यालयों में पुराना पाउडर बचा हुआ है, लेकिन सुवाणा, शाहपुरा, आसींद, मांडलगढ़ सहित कई ब्लॉकों के स्कूलों में बच्चों को दीपावली से पहले से ही दूध नहीं मिल पा रहा है।
आरसीडीएफ ने जारी किए सप्लाई आदेश
राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) ने राज्य के 41 जिलों में 85 लाख 7 हजार किलोग्राम दूध पाउडर की आपूर्ति के आदेश प्रदेश की सात सरस डेयरियों को जारी किए हैं। भीलवाड़ा जिले के लिए 3 लाख 96 हजार 275 किलोग्राम पाउडर का आवंटन हुआ है, लेकिन स्थानीय भीलवाड़ा जिला दूध उत्पादक सहकारी संघ भीलवाड़ा डेयरी से आपूर्ति अब तक शुरू नहीं हो सकी है।
जिलेभर में खामोशी, नौनिहालों को इंतजार
राजस्थान पत्रिका टीम ने मंगलवार को सुवाणा ब्लॉक के कई विद्यालयों का दौरा किया। यहां किसी भी स्कूल में दूध पाउडर नहीं मिला। यही स्थिति जिले के अन्य ब्लॉकों में भी बनी हुई है। सुवाणा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) रामेश्वर जीनगर ने बताया कि ब्लॉक के सभी स्कूलों की डिमांड शिक्षा विभाग को भेज दी गई है। अगले सप्ताह तक सप्लाई शुरू हो जाएगी।
Published on:
05 Nov 2025 08:55 am

