भीलवाड़ा शहर में शरद पूर्णिमा उत्सव सोमवार को मनाया जाएगा। इस दौरान शहर के प्रमुख मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे। संकट मोचन हनुमान मंदिर व बालाजी मंदिर में खीर को भोग लगाने के बाद प्रसाद का वितरण होगा। वहीं सांगानेर स्थित खांखरावाला देव स्थल एवं गांधीनगर स्थित निंबार्क आश्रम में लोगों को खीर प्रसाद के साथ श्वांस रोग निदान की दवा दी जाएगी।
पंड़ित अशोक व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार शरद पूर्णिमा सोमवार रात 8 बजकर 41 मिनट पर शुरू होगी और 7 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 56 मिनट पर खत्म होगी। व्रत सोमवार को रखा जाएगा और रात को चन्द्रमा की रोशनी में खीर भी रखी जाएगी। शरद पूर्णिमा को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के लिए खास माना जाता है। शरद पूर्णिमा पर चंद्र देव की पूजा बेहद फलदायी रहती है।
301 लीटर दूध की खीर का भोग
संकटमोचन हनुमान मंदिर पर शरद पूर्णिमा पर मंदिर के महंत बाबूगिरी के सानिध्य में हनुमानजी की प्रतिमा पर विशेष शृंगार के साथ मध्य रात्रि में विशेष आरती के बाद खीर प्रसाद का भोग लगाया जाएगा। भक्तों के सहयोग से 301 लीटर दूध की खीर तैयार की जाएगी।
501 लीटर दूध खीर का महाभोग
बालाजी मंदिर के पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि मंदिर में क्षीरपान उत्सव सोमवार को मनाया जाएगा। इसके तहत हनुमानजी महाराज के वाल्मीकि सुंदरकांड से दुग्धाभिषेक के बाद रजत चोला शृंगार, श्रीराम दरबार का नयनाभिराम शृंगार के साथ भजनों की प्रस्तुति होगी। 501 लीटर दूध की खीर बनाकर चंद्रमा की किरणो में रखकर रात 12 बजे महाआरती उपरांत भक्तों में प्रसाद वितरण किया जाएगा। इसके लिए सुनील सुराणा, गोपाल अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, संजय चोरड़िया तैयारी में लगे है। प्रसाद का वितरण आरती के बाद होगा।
1800 किलो की खीर बनेगी
खाखरावाला देवता के यहां 1800 किलो दूध से बनी खीर के साथ 108 तरह की जड़ी-बूटियों से तैयार की गई दवा मध्यरात प्रसाद के साथ रोगियों को दी जाएगी। बाहर से आने वाले रोगियों के लिए पंडाल बनाया गया। खीर के साथ दवा लेने वालों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस बार श्वांस रोगियों का ऑनलाइन व ऑफलाइन पंजीयन किया जा रहा है। खाखरावाला देव स्थल पर पिछले कुछ दिनों से हर रविवार को भी दवा दी जा रही है। रोगियों की अधिकता देख भीलवाड़ा से करीब 200 किमी की परिधि में रहने वालों को दवा देकर रवाना किया जाएगा। दूसरे प्रदेशों के रोगियों को पूर्णिमा की रात खीर प्रसाद के साथ दवा दी जाएगी। निंबार्क आश्रम पर भी ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन किए 2 हजार रोगियों को 1100 लीटर दूध से तैयार खीर प्रसाद के साथ 82 जड़ी-बूटियों से तैयार की गई दवा दी जाएगी। महंत मोहनशरण शास्त्री के सानिध्य में यहां पिछले 15 सालों से खीर के साथ 82 तरह की जड़ी-बूटियों से तैयार दवा दी जा रही है।
Published on:
06 Oct 2025 08:01 am