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नामांकन संकट: 10 से कम छात्र संख्या वाले 81 सरकारी स्कूलों पर लटकी तलवार

भीलवाड़ा जिले की 81 स्कूलों में 633 छात्रों का नामांकन शिक्षा विभाग ने सभी डीईओ से 9 तक मांगी रिपोर्ट; लापरवाही पर होगी कार्रवाई

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Enrollment crisis: 81 government schools with fewer than 10 students face closure.

Enrollment crisis: 81 government schools with fewer than 10 students face closure.

राज्य के सरकारी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कम नामांकन 1 से 10 छात्र संख्या को लेकर शिक्षा निदेशालय ने सख्त रुख अपनाया है। शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों के भविष्य पर अंतिम निर्णय लेने के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा में विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। रिपोर्ट के आधार पर ही तय होगा कि इन स्कूलों को जारी रखा जाएगा, या इन्हें बंद या विलय किया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर जिले में 81 ऐसे सरकारी स्कूल है जहां छात्रों के नामांकन की संख्या 10 या 10 से कम है।

9 दिसंबर तक देनी होगी 'शाला दर्पण' आधारित रिपोर्ट

सरकार ने इस संबंध में 25 नवंबर को निर्देश जारी किए थे, जिसके आधार पर शाला दर्पण पोर्टल की 20 नवंबर तक की रिपोर्ट के आधार पर 1 से 10 नामांकन वाले स्कूलों की सूची हर जिले को भेज दी गई है। इस सूची के आधार पर सबसे कम नामांकन वाला ब्लॉक करेड़ा है जहां 12 विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम तथा टीचर अधिक है। डीईओ को पत्र में संलग्न दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्धारित प्रारूप में सभी आवश्यक कॉलम सही भरकर अनिवार्य रूप से 9 दिसंबर तक जानकारी भेजनी होगी।

सख्ती की चेतावनी

शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने आदेश में स्पष्ट किया है कि यदि समय पर रिपोर्ट नहीं भेजी गई या सूचना में किसी भी कॉलम में त्रुटि पाई गई, तो 10 दिसंबर को सुबह 10 बजे संबंधित कार्यालय के कार्मिक को व्यक्तिगत रूप से बुलाकर अधूरी सूचना तैयार कराई जाएगी। समय की पालना नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

चुनावी कार्य में लगे कार्मिकों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था

यदि किसी स्कूल का कार्मिक चुनाव कार्य में व्यस्त है, तो रिपोर्ट तैयार करने में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए बेसिक कंप्यूटर अनुदेशक, सूचना सहायक या अन्य उपलब्ध कार्मिकों की सहायता लेकर रिपोर्ट तैयार कराने को कहा है।

पहले मांगी थी शून्य नामांकन वाले स्कूलों की कुंडली

शिक्षा निदेशालय ने इससे पहले शून्य नामांकन वाले स्कूलों की रिपोर्ट भी मांगी थी। इनकी संख्या सैकड़ों में है। इन स्कूलों के भविष्य को लेकर फिलहाल कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। यदि इन स्कूलों में नामांकन नहीं बढ़ता है, तो इनके बंद होने का खतरा बना हुआ है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय अभी लंबित है। कम नामांकन वाले 1 से 10 छात्र संख्या के स्कूलों की रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग जल्द ही सरकारी स्कूलों के युक्तिकरण की दिशा में कोई बड़ा कदम उठा सकता है।

हुरड़ा -मांडलगढ़ में 1-1 स्कूल, करेड़ा में 13

जिले के हुरड़ा व मांडलगढ़ ब्लॉक में 1-1 स्कूल में छात्रों का नामांकन 10 से कम है। जबकि सबसे अधिक 13 स्कूल करेड़ा ब्लॉक है। इनके अलावा जहाजपुर 2, बनेड़ा 3, मांडल व बिजौलियां 5-5, सहा़ड़ा 7, कोटड़ी व रायपुर 9-9, आसींद 11 सुवाणा 12 तथा करेड़ा में 13 स्कूल शामिल है।

भीलवाड़ा जिले की स्थिति

  • नामांकन स्कूल संख्या
  • 2 2
  • 3 3
  • 4 5
  • 5 4
  • 6 8
  • 7 6
  • 8 12
  • 9 16
  • 10 25
  • कुल 81 स्कूल