Diarrhea in CG: खुर्सीपार में डायरिया के संक्रमण से लोग दहशत में हैं और अब स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना नगर निगम के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। नगर निगम की लापरवाही और अव्यवस्थित पेयजल आपूर्ति ने संकट को और गहरा दिया है। यदि समय-समय पर निगम जल आपूर्ति की व्यवस्था और पानी की जांच करता तो इस स्थिति से बचा जा सकता था।
खुर्सीपार के वार्ड 51, राजेद्र प्रसाद नगर में डायरिया के अब तक 33 मरीज मिल चुके हैं। वहीं इस वार्ड के दो लोगों की और शिवाजी नगर में एक व्यक्ति की उल्टी-दस्त से मौत हुई है। नगर निगम, भिलाई की टीम ने वार्ड 51 में पहुंचकर दो मोटर लगे हुए बोरिंग को बंद कर दिया है। इससे करीब 100 घरों में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। विकल्प के तौर पर एक टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग व निगम की टीम घर-घर दस्तक दे रही है और दवा का वितरण कर रही है।
खुर्सीपार के वार्ड 51 में लोगों के घरों में पानी टंकी का नल कनेक्शन है। लोगों का कहना है कि यह पानी बदबूदार और दूषित है। इस पानी का उपयोग वे निस्तार के लिए करते हैं। इसके अलावा दूसरी पाइपलाइन जो बोरिंग से जुड़ी है, इसका पानी पीने के लिए उपयोग में लाते हैं। यह दोनों पाइपलाइन कई जगह नालियों से होकर गुजरती है। टंकी का पानी तो लोग पहले ही पीने में उपयोग नहीं कर रहे थे, लेकिन अब बोरिंग का पानी भी दूषित होने से डायरिया और फैलने की आशंका है। इसी वजह से प्रभावित क्षेत्र में बोरिंग से जल आपूर्ति बंद कराई गई।
नाली में बिछे ये लोहे के पाइप सड़ चुके हैं। इसी वजह से पाइपलाइन से आपूर्ति होने वाले पानी में गंदगी मिलती है। लोग चाहते हैं कि इस पाइप को भी सड़क के ऊपर से बिछाया जाए। इससे साफ पानी मिलने लगेगा। इसे लेकर करीब एक साल पहले लोगों ने निगम को पत्र लिखा था। पार्षद से भी मांग की थी, लेकिन अब तक यह मांग अधूरी है। अब उल्टी दस्त से लोगों की जान जा रही है।
03 लोगों की डायरिया से हो चुकी है मौत
02 बोर से बंद कराई जल आपूर्ति
100 घरों की रोकी गई जल आपूर्ति
01 टैंकर से कराई जा रही व्यवस्था
डायरिया से निपटने के लिए यहां नई पाइप लाइन बिछाने के लिए प्रस्ताव तैयार हो रहा है। दशकों पुराने पाइप से पानी आपूर्ति को बंद की जाएगी। करीब 20 लाख से यह काम किया जाएगा। तब तक लोगों को किस तरह से डायरिया और हैजा से सुरक्षित रखा जाएगा, यह साफ नहीं है।
Published on:
01 Oct 2025 04:38 pm