
CG News: खुर्सीपार के बालाजी नगर में घर-घर तक नगर निगम, भिलाई ने पेयजल पहुंचाने के लिए नल कनेक्शन लगाया है। यहां 3 दिनों से नलों से गंदा पानी आ रहा है। जिसकी वजह से लोग परेशान हो रहे हैं। बोरिंग के पानी में केमिकल मिक्स होने की वजह से लोग पहले ही इसका उपयोग नहीं करते हैं। अब नल का पानी भी गंदा आ रहा है।
निगम ने किया पुता इंतजाम का दावा
भिलाई में वृहद पेयजल योजना और भागीरथ पेयजल योजना के तहत करीब 250 करोड़ खर्च किए गए। जिसमें 9 उच्च स्तरीय पानी टंकी का निर्माण, 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट, एक इंटकवेल का निर्माण किया गया। इसके बाद अमृत मिशन योजना के 242 करोड़ रुपए में 10 पानी की टंकी, 66 एमएलडी का फिल्टर प्लांट, एक इंटकवेल का निर्माण किया गया। इस दौरान राइसिंग और अन्य करीब 650 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई गई। इसके बाद भी लोगों को साफ पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।
भिलाई और रिसाली नगर पालिक निगम क्षेत्र में रहने वालों के लिए 143 एमएलडी क्षमता का फिल्टर प्लांट है। यहां महज 38,088 नल कनेक्शन दिए गए हैं। निगम के फिल्टर हाउस की क्षमता को देखा जाए तो हर दिन एक घर में 3754 लीटर फिल्टर वाटर देने की क्षमता है। इसके उलट इस वक्त एक घर में पांच सौ लीटर तक पानी नहीं आ रहा है।
भिलाई में वृहद पेयजल योजना, भागीरथ
पेयजल योजना के तहत 250 करोड़ खर्च किए।
9 उच्च स्तरीय पानी टंकी का निर्माण, 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट, एक इंटकवेल का निर्माण किए,
अमृत मिशन योजना के 242 करोड़ रुपए खर्च,
66 एमएलडी का फिल्टर प्लांट, एक इंटकवेल का निर्माण किए।
40,500 घरों में दिए अमृत मिशन के तहत नल कनेक्शन,
35,000 घरों में वृहद पेयजल योजना, भागीरथ पेयजल योजना के तहत नल कनेक्शन दिए गए हैं।
जलकार्य प्रभारी ने कहा, सैंपल लेंगे
बालाजी नगर, खुर्सीपार के लोगों ने बताया कि वे सोमवार को इसकी शिकायत नगर निगम, भिलाई के आयुक्त से करने जाएंगे। लोगों में नाराजगी इस बात की है कि जनप्रतिनिधियों की ओर से इस मामले में ठोस पहल नहीं की जाती। निगम के जलकार्य प्रभारी जांच की बात कही।
Updated on:
22 Sept 2025 11:07 am
Published on:
22 Sept 2025 11:06 am

