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पढ़े भोलेनाथ के शिवलिंग पर कहां आकर बैठ गया सफेद नाग

सावन में यह दृश्य देखकर लोग खुद को मान रहे धन्य।

Where did the white snake come and sit on the Shivling of Bholenath?,Where did the white snake come and sit on the Shivling of Bholenath?
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बैतूल. जिले के नीमपानी क्षेत्र के एक शिव मंदिर में बुधवार रात में सफेद रंग का सांप दिखाई दिया है। सांपों के संरक्षण का कार्य कर रहे सारनी निवासी आदिल खान ने बताया कि यह ट्रींकेट सांप है जो की बीमारी की वजह से सफेद रंग का हैं। यह ऐल्बिनिज़म या ल्युकेजिम एक दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति है जो कुछ जीनों के उत्परिवर्तन के कारण होती है जो मनुष्य अथवा जानवरों (सरीसृपों) के शरीर में उत्पादित मेलेनिन की मात्रा को प्रभावित करती है। मेलेनिन त्वचा व आंखों इत्यादि के पिग्मेंटेशन (रंग) को नियंत्रित करता है। इस तरह के सांपों में ल्युकेजिम की वजह से इनका पूरा शरीर समान्य रंग की जगह सफेद रंग का हो जाता है। इसकी आंखें काली और रंग सफेद है और यह ट्रींकेट स्नेक है। सफेद रंग के सांप कम ही दिखाई देते हैं, इसलिए इन्हें दुर्लभ माना जाता है। ट्रींकेट स्नेक घनी झाडिय़ों और वृक्षों पर रहते हैं। वहीं सफेद होने की वजह से ये लोगों का ध्यान भी जिज्ञासा के साथ अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। वर्ष 2018 में भी हमें बैतूल के सारनी में एलबिनो कोबरा मिला था।
सावन माह में लोग भगवान भोलेनाथ की भक्ति में जुटे हैं। ऐसे भगवान भोलेनाथ के ऊपर सांप का आकर बैठने को लोग इसे भक्ति से जोडकऱ देख रहे हैं। श्रद्धालु दर्शन करके खुद को धन्य मान रहे हैं। इधर सावन माह में लोग भगवान शंकर की आराधना कर रहे हैं। हर दिन धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। कावड़ यात्रा के माध्यम से जल लेकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जा रहा है।