Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

Navratri 2025: इस बार 9 नहीं 10 दिनों की होगी नवरात्रि, हाथी पर सवार होकर होगा मां दुर्गा का आगमन

Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन माता भद्रकाली मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में मनोकमाना ज्योति प्रज्ज्वलित की जाएगी। मंदिर में रविवार तक 1400 से अधिक मनोकामना ज्योति के लिए पर्ची काटी जा चुकी है।

Navratri 2025: इस बार 9 नहीं 10 दिनों की होगी नवरात्रि, हाथी पर सवार होकर होगा मां दुर्गा का आगमन

Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि पर सोमवार को माता भद्रकाली मंदिर, महामाया मंदिर बूचीपुर और जिले के अन्य देवी मंदिरों में शुभ मुहूर्त में मनोकामना ज्योति प्रज्ज्वलित की जाएगी। रविवार को नवरात्रि के पूर्व मंदिरों का रंगरोगन कर लाइटों से सजावट की गई । मंदिरों में माता की सेवा व धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। नगर के चौक-चौराहों की दुर्गोत्सव समितियों द्वारा प्रतिमा स्थापना के पूर्व पंडालों को आकर्षक स्वरूप दिया जा रहा है। मंदिरों में जेवर सफाई व श्रृंगार करने की पूर्व की तैयारी की गई।

जानकारी हो कि सोमवार से प्रारंभ हो रही शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन माता भद्रकाली मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में मनोकमाना ज्योति प्रज्ज्वलित की जाएगी। मंदिर में रविवार तक 1400 से अधिक मनोकामना ज्योति के लिए पर्ची काटी जा चुकी है। शीतला मंदिर में 400 मनोकामना ज्योति के लिए पर्ची काटी जा चुकी है।

नगर के महामाया मंदिर, मां कालिका मंदिर, दुर्गा मंदिर, गंगा मइया मंदिर, भैरोबाबा मंदिर, गायत्री मंदिर, पिकरी, मानपुर शीतला मंदिर व मोहभट्ठा शीतला मंदिर समेत अंचल के सभी माता देवालयों में में विधि-विधान के साथ शुभ मुहूर्त में जोत जलाए जाएंगे, जिसके साथ ही भक्ति आराधना, सेवा व शक्ति का पर्व प्रारंभ होगा। मंदिरों में शक्ति पाठ व दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाएगा।

मां दुर्गा का आगमन होगा हाथी पर

पं. श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि नवरात्रि के प्रारंभ में मां दुर्गा किस वाहन पर आती हैं, यह भी बहुत शुभ संकेत देता है। इस बार नवरात्रि की शुरुआत रविवार से हो रही है और मान्यता है कि जब नवरात्रि रविवार या सोमवार से शुरू होती है तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। हाथी को समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। इसका मतलब है कि इस साल नवरात्रि देश और समाज में सुख-समृद्धि और उन्नति लेकर आएगी।

मां महामाया देवी मंदिर बुचीपुर में अष्टमी पर जगराता

बुचीपुर में 26 सिंतबर को नवरात्रि की पंचमी पर जय मां शीतला शक्ति सरदा समिति की जस झांकी होगी। 27 सितंबर को भजन व 30 सिंतबर को जगराता आयोजित होगी। प्रथम दिवस मनोकामना ज्येाति कलश स्थापना ब्रह्म मुहूर्त पर की जाएगी। नवमी को सुबह ज्योति जंवारा के विर्सजन पर विराट मेले का आयोजन होगा। समिति के सदस्यों ने बताया कि मंदिर में 21 वर्ष से राजकीय स्थायी ज्योति कलश प्रज्ज्वलित है।

10 दिन की नवरात्रि, 24 व 25 को तृतीया तिथि होगी

तृतीया तिथि दो दिन होने से इस बार मां चंद्रघंटा की पूजा 24 और 25 सितंबर को होगी। यानी भक्तों को मां के तृतीय स्वरूप की उपासना के लिए दो दिन का अवसर मिलेगा। नवरात्रि में वैसे तो नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।

भद्रकाली मंदिर में माता स्वर्ण मुकुट धारण करेंगी

भद्रकाली मंदिर समिति के पदाधिकारी उत्तम महेश्वरी व राजकुमार ठाकुर ने बताया कि ज्योति कलश स्थापना के लिए 1400 से अधिक भक्तों ने पंजीयन कराया है। रविवार की रात 11 बजे तक पंजीयन किया गया। सोमवार को सुबह 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में ज्योत स्थापना होगी। साथ ही माता को स्वर्ण मुकुट पहनाया जाएगा। मंदिर में प्रतिदिन तीन प्रहर माता रानी की पूजा-अर्चना की जाएगी। पंचमी के दिन माता रानी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। नवरात्रि के दौरान माता के दरबार में पं. रामकुमार शास्त्री की अगुवाई में 15 पंडा माता की सेवा करेेंगे। शीतला माता मंदिर में 400 भक्तों ने ज्योति कलश स्थापना के लिए पंजीयन कराया है।

सदस्य जीतू छाबड़ा ने बताया कि मंदिर में नवरात्रि की तैयारी पूरी हो चुकी है। पं. रोष महराज द्वारा विधि-विधान से पर्व में माता की पूजा-अर्चना की जाएगी। नगर के अलावा, सिद्ध माता संडी, मानपुर, पिकरी, मोहभट्ठा, कोबिया, लोलेसरा, बैजी, ढोलिया, पेडीतराई व चंदनु समेत आसपास के गांव के मंदिरों व पंडालों में नवरात्रि पर माता सेवा की तैयारी हो रही है। शहर के किसान भवन के सामने, नया बस स्टैन्ड, प्रताप चौक, रायपुर रोड, बाजार पारा, सिंधी कॉलेानी मोहभट्ठा रोड, नयापारा, सिंधौरी समेत विभिन्न स्थानों पर दुर्गोत्सव समितियों के द्वारा भव्य व आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं। कई समितियों के द्वारा स्थानीय मूर्तिकारों से प्रतिमा बनवाई गई है। वहीं बाजार पारा में धनोद से बनी प्रतिमा स्थापित होगी। बाजार पारा में स्वप्न लोेक की झांकी पंडाल में तैयार हो रहा है।

शारदीय नवरात्रि तिथि

22 सितंबर, सोमवार: प्रतिपदा तिथि, 23 सितंबर, मंगलवार: द्वितीय तिथि, 24 सितंबर, बुधवार: तृतीया तिथि, 25 सितंबर, गुरुवार: तृतीया तिथि, 26 सितंबर, शुक्रवार: चतुर्थी तिथि, 27 सितंबर, शनिवार: पंचमी तिथि, 28 सितंबर, रविवार: षष्ठी तिथि, 29 सितंबर, सोमवार: सप्तमी तिथि, 30 सितंबर, मंगलवार: अष्टमी तिथि 1 अक्टूबर, बुधवार: नवमी तिथि, 2 अक्टूबर, गुरुवार: दशहरा