बाड़मेर: जिला बाड़मेर और बालोतरा की बिजली से वंचित हजारों ढाणियां शीघ्र ही रोशनी से जगमग होंगी। केंद्र सरकार के रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन प्रोजेक्ट के तहत दोनों ही जिलों में 50 हजार 999 ढाणियां विद्युतीकृत होंगी।
बता दें कि इस कार्य पर 296 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जारी वर्क आर्डर पर कुछ समय बाद कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इससे लाखों लोगों का जीवन सरल होगा, अंधेरे जीवन में रोशनी होगी।
चार दशक पहले विद्युत कनेक्शन लेने में लोग आनाकानी करते थे। करंट से हादसे से होने की आशंका को लेकर ग्रामीण घर में विद्युत कनेक्शन करने पर मना करते थे। लेकिन बीते दो दशकों में जीवन का हर कार्य विद्युत पर आधारित होने पर इसकी मांग जबरदस्त बढ़ गई है। कनेक्शन के लिए लोग डिस्कॉम कार्यालयों में चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन डिस्कॉम इन्हें मांग अनुसार कनेक्शन उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है।
केंद्र सरकार ने रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर जिले में 186 करोड़, बालोतरा जिले में 110 करोड़ स्वीकृत किए हैं। इसमें अप्रैल 2019 से सितंबर 2024 तक प्राप्त आवेदनों वाली ढाणियों में विद्युत कनेक्शन किए जाएंगे। बाड़मेर जिले में 32 हजार ढाणियां, बालोतरा जिले में 18 हजार 999 ढाणियां विद्युतीकृत होंगी।
गौरतलब है कि आजादी 78 साल बाद भी बाड़मेर-बालोतरा में गांवों और ढाणियों तक रोशनी नहीं पहुंची है। महंगी विद्युत लाइनों व कनेक्शन के चलते लोगों ने आवेदन ही नहीं किए। अब केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का फायदा मिल रहा है तो दूसरी ओर सौर ऊर्जा के चलते भी गांवों-ढाणियों में रोशनी पहुंच रही है। अब उक्त योजना के चलते हजारों ढाणियां रोशन होंगी।
प्रोजेक्ट के तहत वर्क ऑर्डर जारी किया गया है। आगामी महीने में कार्य प्रारंभ होगा। दो वर्ष में जिले में 32 हजार ढाणियों में विद्युत कनेक्शन किए जाएंगे।
-अशोक कुमार, अधीक्षण अभियंता, डिस्कॉम बाड़मेर
जिला बालोतरा के लिए योजना में 110 करोड़ स्वीकृत किए हैं। इससे 18 हजार 999 ढाणियों में विद्युत कनेक्शन किया जाएगा। कार्य प्राथमिकता से कर लोगों के घरों में रोशनी पहुंचाएंगे।
-दिग्विजय सिंह, अधीक्षण अभियंता, डिस्कॉम बालोतरा
बिजली जीवन का अभिन्न अंग हो गई है। छोटे से छोटा कार्य इस पर आधारित होने से इसकी मांग ज्यादा है। योजना स्वीकृति से बहुत खुश हैं। हजारों घर रोशन होंगे।
-डूंगरराम देवासी
बड़ी संख्या में किसान ढाणियों में निवास करते हैं। कनेक्शन नहीं होने पर वर्षों से सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग कर रहे थे। ढाणियां रोशन होने से जीवन सरल होगा।
-दौलाराम कुआं, सरपंच, कल्याणपुर
विद्युत आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। ढाणियों में रहने वाले लोग वर्षों से इंतजार कर रहे हैं। योजना स्वीकृत से आम आदमी को विद्युत सुविधा का लाभ मिलेगा।
-श्याम सिंह महेचा, सरपंच, मेवानगर
Published on:
12 Sept 2025 01:51 pm