
बरेली। शुक्रवार की सुबह रिजर्व पुलिस लाइन बरेली में एक अलग ही नजारा देखने को मिला। परिसर देशभक्ति के रंग में सराबोर था, जब सैकड़ों पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और महिला रिक्रूट आरक्षियों ने एक साथ स्वर मिलाकर राष्ट्रगीत वंदे मातरम् का गायन किया। मौका था राष्ट्रगीत के 150 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने का, जिसे लेकर पुलिस विभाग की ओर से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में एसपी ट्रैफिक मोहम्मद अकमल खान और सीओ हाईवे शिवम आषुतोष मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने राष्ट्रगीत के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। वह स्वर जिसने आज़ादी के संघर्ष के दौरान हर भारतीय के हृदय में जोश और एकता का संचार किया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत मातृभूमि के प्रति समर्पण, त्याग और एकता की भावना का प्रतीक है। आज जब इसके 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं, यह अवसर हमें उस स्वदेशी संकल्प और आत्मनिर्भर भारत के विचार को फिर से याद करने का अवसर देता है।
इस दौरान रिजर्व पुलिस लाइन का माहौल पूरी तरह देशभक्ति से ओत-प्रोत रहा। राष्ट्रगीत शुरू होते ही पूरा परिसर वंदे मातरम् के जयघोष से गूंज उठा। महिला रिक्रूट आरक्षियों ने भी पूरे उत्साह और गर्व के साथ गीत के सुरों में अपनी आवाज़ मिलाई। पुलिस अधिकारियों ने एक स्वर में कहा यह गीत हमें हर पल मातृभूमि के लिए समर्पित रहने की प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और रिक्रूट्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ा लाइव प्रसारण भी देखा और सुना। प्रधानमंत्री के संदेश में राष्ट्रगीत के 150 वर्षों की उपलब्धियों और इसके राष्ट्रीय महत्व पर प्रकाश डाला गया।
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Updated on:
07 Nov 2025 07:14 pm
Published on:
07 Nov 2025 07:13 pm

