बरेली। सुबह का सन्नाटा अभी टूटा भी नहीं था कि काले शीशों वाली कई गाड़ियां संभल और बरेली के बाहरी इलाके से शहर की ओर दाखिल हुईं। सुरक्षाबलों से घिरी स्पेशल यूनिट की इस मूवमेंट को देखकर आसपास के लोगों ने पहले तो इसे कोई वीवीआईपी काफिला समझा, लेकिन कुछ ही मिनटों बाद जब गाड़ियां सीधे 'इंडियन फ्रोजन फूड' के मालिक हाजी इरफान और उनके भाई हाजी इमरान के आवासीय परिसर में दाखिल हुईं, तभी अंदाजा हो गया, सरकारी एजेंसियों ने बड़ा फंदा कस दिया है। बरेली में 'मार्या फ्रोजन' स्लॉटर हाउस की ओर भी इनकम टैक्स और जीएसटी विभाग की संयुक्त टीमें तेजी से बढ़ रही थीं। सुबह 7:05 बजे, जब शटर आधा उठा था और कामगार अंदर प्रवेश कर रहे थे, तभी मौके पर तैनात अधिकारियों ने आदेश दिया कि गेट बंद, अंदर से कोई बाहर नहीं जाएगा।
हाजी इरफान और हाजी इमरान के निवास, फैक्ट्री और कथित गोदामों पर एक साथ 12 लोकेशन पर छापेमारी की गई। CBI के टेक्निकल यूनिट और ED का फॉरेन्सिक विंग भी मौके पर मौजूद था। विदेशी निर्यात, हवाला ट्रांसफर और टैक्स डॉक्यूमेंटेशन की लाइन में कार्रवाई की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक 1000 करोड़ से अधिक के लेनदेन की जांच की जा रही है। कई खातों पर फ्रीज के आदेश दिए गए हैं। मारिया फ्रोजन के मालिक हाजी शकील कुरेशी भी इस फ्रॉड में बराबर के साझेदार बताये जा रहे हैं।
दिल्ली, लखनऊ और मुरादाबाद की टीमें अलग-अलग मार्गों से पहुंचीं, ताकि कोई अलर्ट न हो पूरी कार्रवाई गोपनीय कोड ऑपरेशन के तहत की गई। स्थानीय पुलिस को सूचना तक नहीं दी गई। मोबाइल फोन, अकाउंट रजिस्टर, सालाना निर्यात रिकॉर्ड और हार्ड डिस्क जब्त किए गए। किसी को कॉल या मैसेज करने तक की अनुमति नहीं, पूरा परिसर ‘सील मोड’ में है। सुबह से अधिकारी अंदर हैं, हमें भी रोक दिया गया है। क्या जांच हो रही है, पता नहीं" ईशान, PRO, मार्या फ्रोजन
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इंडियन फ्रोजन (संभल) और मार्या फ्रोजन (बरेली) के बीच निर्यात, पैकेजिंग कोड और टैक्स रिटर्न में एक जैसा पैटर्न पाया गया है। दोनों की पार्टनरशिप फाइलें अब ED और IT के पास हैं, जिनका विश्लेषण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कराया जा रहा है।
जैसे ही छापेमारी की खबर इंटरनेट मीडिया और मंडी लाइनों में वायरल हुई, मांस व्यापार से जुड़े अन्य थोक कारोबारी अचानक गायब होने लगे। कुछ ने गोदामों से रातोंरात माल शिफ्ट कराया, तो कुछ ने स्टाफ से कहा कि दुकान मत खोलना, माहौल साफ होने दो।
मार्या फ्रोजन का नाम पहले भी उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब अधिकारियों को महंगे गिफ्ट देकर निरीक्षण रिपोर्ट बदलवाने के आरोप लगे थे। प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने प्रोसेसिंग प्लांट पर नोटिस जारी कर सील का आदेश दिया था, लेकिन कार्रवाई टल गई। अब आयकर और जीएसटी की यह रेड उस केस को भी फिर से सक्रिय कर सकती है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा यह सिर्फ एक दिन की रेड नहीं, यह एक ‘फाइनेंशियल इंटेलिजेंस ऑपरेशन’ है। जो दस्तावेज़ मिले हैं, उन पर काम शुरू होते ही कई और नाम सामने आएंगे। मीट कारोबार का पूरा नेटवर्क अब स्कैनिंग में है।" मीट कारोबार के जरिए करोड़ों की टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन होगा।
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Published on:
13 Oct 2025 11:48 am