
बरेली। शाही थाना क्षेत्र में दिवाली मेले से लापता हुए युवक का शव सात दिन बाद खेत में दबा मिला। शव सड़-गल चुका था, इसलिए उसकी पहचान जूतों और कपड़ों के आधार पर हो सकी। परिजनों ने हत्या कर शव दबाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सेवा ज्वालापुर निवासी चुन्नीलाल के अनुसार, उनका 24 वर्षीय बेटा वीरेंद्र कुमार 27 अक्तूबर की रात बसावनपुर स्थित ब्रह्मदेव स्थल पर लगे दीपावली मेले में गया था। देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। आखिरकार बृहस्पतिवार को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए पुलिस को प्रार्थनापत्र दिया।
रविवार रात करीब दस बजे पुलिस को सूचना मिली कि खजुरिया गांव निवासी नत्थूलाल के खेत में मिट्टी के अंदर किसी युवक का शव दबा हुआ है। सूचना पर थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार बिश्नोई पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मिट्टी हटवाकर शव को बाहर निकलवाया। थोड़ी देर बाद पहुंचे परिजनों ने जूतों और कपड़ों से शव की पहचान वीरेंद्र के रूप में की।
परिजनों का कहना है कि वीरेंद्र की हत्या कर शव को खेत में दबाया गया है। वे बताते हैं कि वीरेंद्र चार भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। वह हल्द्वानी में मजदूरी करता था और कुछ दिन पहले ही गांव आया था। सूचना पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए।
परिवार का कहना है कि वीरेंद्र की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
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Published on:
03 Nov 2025 04:11 pm

