बरेली। बरेली जोन कार्यालय में रविवार को पहली बार ऐसी समीक्षा बैठक हुई, जिसमें एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा ने इंस्पेक्टरों के साथ सीधे संवाद किया। इस बैठक से साफ संदेश गया कि पुलिस प्रशासन से लेकर शासन तक शिकायतों के निस्तारण को लेकर बेहद गंभीर है। एडीजी ने साफ कहा कि आईजीआरएस पर फर्जी या भ्रामक रिपोर्ट देने वाले इंस्पेक्टरों को अब जोनल कार्यालय से सीधे निलंबन का सामना करना पड़ेगा।
एडीजी रमित शर्मा ने चेतावनी दी कि आईजीआरएस शिकायतों का समयबद्ध और संतोषजनक निस्तारण हर हाल में होना चाहिए। अगर किसी जांच अधिकारी ने मिथ्या या लापरवाही भरी आख्या लगाई तो सीधे अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही अधिकारियों की असली कार्यशैली का पैमाना होगी।
विश्वकर्मा पूजा, महाराजा अग्रसेन जयंती, नवरात्र, दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे त्योहारों पर एडीजी ने अलर्ट मोड में सुरक्षा व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए। रामलीला और रावण दहन जैसे आयोजनों के दौरान रेलवे ट्रैक, नदी-नालों और तालाबों के पास विशेष सतर्कता बरती जाए। आतिशबाजी के गोदाम और पटाखा बाजार की फायर सेफ्टी चेकिंग अनिवार्य रूप से कराई जाए।
बैठक में एडीजी ने कहा कि महिला और बेटियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। महिला सुरक्षा दल, पिंक बूथ और महिला हेल्प डेस्क को और सक्रिय करने के आदेश दिए गए। स्कूल-कॉलेज, पार्क, सार्वजनिक स्थल और मेलों में महिला पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। महिला अपराधों पर त्वरित और कड़ी कार्रवाई कर दोषियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी।
त्योहारों के समय ऑनलाइन ठगी और फ्रॉड को रोकने के लिए जनता को जागरूक करने पर जोर दिया गया। साइबर अपराध की हर शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने और पीड़ित को राहत देने के निर्देश जारी किए गए। साथ ही जनता से अपील की गई कि किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की जानकारी तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।
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Updated on:
14 Sept 2025 10:50 pm
Published on:
14 Sept 2025 09:18 pm