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‘विश्वविद्यालयों की प्रगति गंभीर रूप से बाधित’

कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एम. एन. शीलवंतर, कुवेम्पु विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. बी. एस. शेरिगारा और कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़ के पूर्व कुलपति डॉ. जे. एच. कुलकर्णी को उच्च शिक्षा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया गया।

पूर्व प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री प्रो. बी. के. चंद्रशेखर ने चिंता व्यक्त की कि हाल के दिनों में राजनीतिक दबाव के कारण कुलपति निडर होकर काम करने में असमर्थ रहे हैं।

राज्य के पूर्व कुलपतियों के मंच The Forum of Former Vice-Chancellors of Karnataka (एफवीसीके) की ओर से शिक्षक दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि विश्वविद्यालयों ने अपनी प्रशासनिक स्वायत्तता खो दी है और अधिकांश प्रमुख पद राजनीतिक नियुक्तियों के माध्यम से भरे जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप पारदर्शिता में कमी आई है। भ्रष्टाचार और पक्षपात बढ़ा है। विश्वविद्यालयों की प्रगति गंभीर रूप से बाधित हुई है।

कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. एम. एन. शीलवंतर, कुवेम्पु विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. बी. एस. शेरिगारा और कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, धारवाड़ के पूर्व कुलपति डॉ. जे. एच. कुलकर्णी को उच्च शिक्षा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस कार्यक्रम में एफवीसीके के सचिव डॉ. एच. महेशप्पा और एफवीसीके के कोषाध्यक्ष (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. एस. सच्चिदानंद उपस्थित थे।


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