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CG News : बालोद जिला बनेगा निवेश का गढ़, उद्योग लगाने जगह तय

बालोद जिला भी जल्द निवेश का गढ़ बनेगा क्योंकि औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा। इन औद्योगिक क्षेत्र में लौह अयस्क खदानों से कच्चा लोहे के चूर्ण का गोला बनाकर स्टील प्लांट भेजा जाएगा, जहां उनका लोहा बनाया जाएगा। इसके लिए उद्योग विभाग ने जगह का चयन कर लिया है, जिसे शासन से भी अनुमति मिल गई है।

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बालोद जिला भी जल्द निवेश का गढ़ बनेगा क्योंकि औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा। इन औद्योगिक क्षेत्र में लौह अयस्क खदानों से कच्चा लोहे के चूर्ण का गोला बनाकर स्टील प्लांट भेजा जाएगा, जहां उनका लोहा बनाया जाएगा। इसके लिए उद्योग विभाग ने जगह का चयन कर लिया है, जिसे शासन से भी अनुमति मिल गई है।

बालोद जिला भी जल्द निवेश का गढ़ बनेगा क्योंकि औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा। इन औद्योगिक क्षेत्र में लौह अयस्क खदानों से कच्चा लोहे के चूर्ण का गोला बनाकर स्टील प्लांट भेजा जाएगा, जहां उनका लोहा बनाया जाएगा। इसके लिए उद्योग विभाग ने जगह का चयन कर लिया है, जिसे शासन से भी अनुमति मिल गई है। बालोद जिला बनने के बाद 2012 से औद्योगिक क्षेत्र निर्माण के लिए सिर्फ जगह का चयन किया जा रहा था, लेकिन जगह नहीं मिल रही थी। जहां जगह मिली, वहां विरोध हुआ, फिर नए सिरे से प्रक्रिया चली। जिले के भरदा (डौंडीलोहारा), चिल्हाटीखुर्द व कोटेरा में जमीन तय की गई। बड़ी बात यह है कि यहां उद्योगपतियों ने उद्योग लगाने के लिए सहमति भी दे दी है। दो से तीन वर्षों के भीतर इन तीनों जगहों में उद्योग खोले जाएंगे। ऐसे उद्योग हमारे जिले में नहीं है। इन उद्योगों के खुलने से लगभग एक हजार से अधिक लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

गुदुम, भरदा व चिल्हाटीखुर्द में आयरन पैलेट प्लांट लगेगा

जिला उद्योग विभाग के मुताबिक गुदुम, भरदा एवं चिल्हाटीखुर्द में आयरन पैलेट प्लांट लगेगा। गुदुम में 10 एकड़ जमीन, भरदा एवं चिल्हाटीखुर्द मिलाकर कुल 42 एकड़ जमीन पर प्लांट लगेगा। विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। आयरन पैलेट प्लांट में लौह अयस्क खदानों से जो लौह युक्त पत्थर निकलता है, उसे स्टील प्लांट भेज दिया जाता है। बचे हुए चूरा को इस प्लांट में लाकर गोला बनाया जाएगा। उसे स्टील प्लांट ले जाकर गलाकर लोहा बनाया जाएगा।

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कोटेरा में 14 एकड़ में लगेगी राइस मिल

ग्राम कोटेरा में 14 एकड़ जमीन में राइस मिल बनेगी। इसकी भी स्वीकृति हो गई है। जिले में इतना बड़ी राइस मिल अभी तक नहीं है। इन सभी उद्योगों में लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अब उम्मीद यही है कि इन तीनों बड़े प्रोजेक्ट से बालोद भी निवेश का गढ़ बनेगा।

छोटे उद्योगों के लिए पैरी व सोरर में जमीन का चयन

उद्योग विभाग के मुताबिक कई ऐसे उद्योग लगाने वाले हैं, जो छोटे उद्योग लगाना चाहते हैं, उनके लिए भी जिले के पैरी व सोरर में जगह का चयन किया गया है। कोई इच्छुक है तो उद्योग विभाग में आकर पूरी जानकारी ले सकता है। उद्योग खोलने शासन छूट भी देता है।

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जिले में है कुल 213 पंजीकृत उद्योग

उद्योग विभाग के मुताबिक जिले में कुल 213 उद्योग पंजीकृत हैं, जिसमें से 120 राइस मिल ही है। ऐसे में कोई बड़ा उद्योग नहीं है। अब जल्द बड़ा उद्योग लगेगा।

जमीन का चयन किया गया है

उद्योग विभाग बालोद के महाप्रबंधक गोपाल राव ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र निर्माण के लिए बालोद जिले के भरदा, कोटेरा व चिल्हाटीखुर्द में जमीन का चयन किया गया है। इनकी स्वीकृति भी मिल गई है। दो-तीन साल में यहां उद्योग भी लग जाएंगे। बालोद भी जल्द निवेश का गढ़ बन जाएगा।