Blood Test बालोद जिला अस्पताल के बगल में संचालित चाइल्ड हॉस्पिटल से केस रेफेर करने की नौबत आ रही है। हमर लैब का कंपलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) मशीन लगभग आठ माह से बंद रही। इसकी मुख्य वजह रिएजेंट (रासायनिक पदार्थ) उपलब्ध नहीं हो पाना है। अब सिविल सर्जन ने अपनी व्यवस्था से रिएजेंट उपलब्ध कराया है, जिसके बाद से मशीन से रक्त जांच शुरू कर दी गई है।
सिविल सर्जन के मुताबिक हमर लैब में लगभग एक माह के लिए रिएजेंट उपलब्ध है। रिएजेंट और उपलब्ध कराने शासन से मांग की है। आठ माह बाद सीबीसी मशीन चालू होने से थोड़ी राहत मिल रही है। शासन स्तर पर रिएजेंट उपलब्ध नहीं हुआ तो हमर लैब में रक्त जांच बंद हो सकती है।
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जिला अस्पताल के हमर लैब में पहले 115 प्रकार की रक्त जांच होती थी। अब 60-70 प्रकार की ही जांच हो रही है। रिएजेंट किट नहीं होने के कारण केलोस्ट्रॉल, थाईराइड, डायलिसिस, किडनी, लिवर, इलेक्टोराईट सहित अन्य जरूरी जांच नहीं हो रही थी। जो रिएजेंट है वह पर्याप्त नहीं है।
रक्त जांच कराने मरीज आते हैं, लेकिन कई मरीजों को जिला अस्पताल से वापस जाना पड़ रहा है। निजी सेंटरो में जाकर महंगे दाम पर रक्त जांच कराने को मजबूर हैं। मैनुअली जांच में काफी वक्त लग रहा है, इसलिए समय पर रिपोर्ट नहीं मिल रही है। इससे इलाज में भी देरी हो रही है।
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रिएजेंट किट जिला अस्पताल में उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण बहुत सारी परेशानी मरीजों को हो रही है। जिला अस्पताल प्रबंधन भी रिएजेंट किट उपलब्ध नहीं होने का कारण नहीं बता पा रहा है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार सीबीसी पूर्ण रक्त गणना कंप्लीट ब्लड काउंट मशीन एक ऐसा उपकरण है, जो ब्लड के नमूनों का विश्लेषण करके विभिन्न रक्त घटकों की मात्रा और विशेषताओं को मापता है। इन मापों में लाल रक्त कोशिका गणना, श्वेत रक्त कोशिका (डब्ल्यूडीबीसी) गणना, प्लेटलेट गणना, हीमोग्लोबिन सहित अन्य जांच शामिल है।
जिला अस्पताल बालोद के सिविल सर्जन डॉ. आरके श्रीमाली ने कहा कुछ दिनों से रिएजेंट किट नहीं होने से सीबीसी जांच प्रभावित है। मैनुअली जांच हो रही है। किट के लिए सीजीएमएससी को पत्र लिखा गया है। वर्तमान में कहीं से व्यवस्था कर रिएजेंट किट उपलब्ध कराया है, जो लगभग एक माह के लिए उपलब्ध है। सीबीसी मशीन से जांच जारी है।
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Updated on:
05 Sept 2025 11:59 pm
Published on:
05 Sept 2025 11:58 pm