
वन परिक्षेत्र उत्तर उकवा सामान्य के वन अमले के 28 दिनों बाद भी हाथ खाली है। इनकी पकड़ से बाघ नाखून तस्करी मामले में शामिल चौथा आरोपी गिरफ्त से दूर है। इस आरोपी के पकडऩे जाने पर कई राज खुल सकते हैं, लेकिन उकवा का वन अमला दीपावली त्योहार के बाद से त्योहार का हवाला देते हुए आरोपी पकडऩे की बजाय आराम फरमाता नजर आ रहा है। इधर, नाखून व्यापारी को बेचने वाला आरोपी किशोर उर्फ नंदकिशोर पटले ग्राम फडक़ी मोहगांव निवासी को पकडऩे सात सदस्यीय टीम गठित की गई है। ऐसे में टीम के साथ ही वन परिक्षेत्र अधिकारी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। क्योंकि इतने दिन व्यतीत होने के बाद भी फरार आरोपी की टीम तलाश नहीं कर पाई हैं।
बता दें कि वर्तमान में अभी सोनेवानी कंजर्वेशन रिजर्व में बाघिन का मामला अभी जिला सहित प्रदेश से लेकर दिल्ली तक चर्चित बना हुआ है। इस मामले में पूर्व में छह आरोपी जेल भेजे जा चुके और दो नवंबर को ही डिप्टी रेंजर टीकाराम पिता मुंशी हिनोते बालाघाट निवासी को स्टेट टाइगर स्टाइक फोर्स जबलपुर इकाई ने जबलपुर नर्मदा नदी किनारे गौरीघाट से गिरफ्तार किया गया हैं। फरार आरोपी वनरक्षक हिमांशु घोरमारे की तलाश जारी है। इतना सब जिले में होने के बाद भी मैरा लामता के जंगल में एक आरोपी ने नाले में दफन बाघ के कंकाल का राज खोल दिया गया। उसके बाद भी उत्तर उकवा सामान्य की टीम फरार आरोपी को ढूंढने में कामयाब नहीं हो पा रही है। यदि चौथा आरोपी मिलता है, तो पता चल सकेगा कि बाघ कैसे मरा, किसने दफन किया था। जिले में निरंतर उजागर हो रहे। इस तरह के मामले को को लेकर भी यहां के परिक्षेत्र अधिकारी से लेकर उनकी टीम गंभीर नहीं है। इस टीम के सदस्यों से संपर्क करने पर इनके मोबाइल नंबर भी नेटवर्क से बाहर रहते हैं।
वन विभाग को पूछताछ में ग्राम मैरा के आरोपी सतीश भलावी ने बाघ के नाखून का राज खोला था। 18 अक्टूबर को वन अमले ने मैरा लामता के जंगल से बाघ के शव का कंकाल भी खोद निकाला गया। बाघ चार साल पूर्व मृत हालत में नाले के पास देखे जाने की बात आरोपित ने वन विभाग को बताया गया। बाघ नाखून मामले में अब तक तीन आरोपित जेल जा चुके हैं। नाखून व्यापारी को बेचने वाला ग्राम फंडकी मोहगांव निवासी किशोर उर्फ नंदकिशोर पटले फरार है। बताया जा रहा है कि उकवा सामान्य अंतर्गत 12 अक्टूबर को छपरवाही से अमरूटोला मार्ग पर चार व्यक्तियों के द्वारा बाघ के नाखूनों को बेचने के लिए व्यापारी का इंतजार कर रहे थे। व्यापारी पहुंचने के पहले ही वन विभाग को देख भागने लगे। जिसमें पहले दिन दो लोगों को पकड़ा गया। दो दिन बाद तीसरे आरोपी को जल्द ही हिरासत में लिया गया था। इन आरोपी के पास से लाल कपड़े की पोटली में बंधे 13 बाघ नाखून बरामद किए थे, लेकिन आरोपी ने बाघ से 18 नाखून निकालना बताया था। इसमें अभी तक पांच नाखून नहीं कोई अता पता समझ नहीं आ रहा है।
वर्सन
उकवा में बाघ के नाखून सहित दो आरोपितों को पहले पकड़ा गया था। उसके बाद एक आरोपित को फिर पकड़े और उसके बताए गए अनुसार मैरा लामता के जंगल में बाघ का कंकाल खोदा गया था। जिसके अवशेष जांच के लिए फारेंसिक लैब भेजा गया है। फरार चौथे आरोपित को पकडऩे सात सदस्यीय टीम गठित की गई है, जो आरोपित की तलाश करने में लगी है।
गौरव चौधरी, सीसीएफ बालाघाट
Published on:
10 Nov 2025 07:23 pm

