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77 पंचायतों के हजारों लोगों के लिए एक मात्र आधार सेंटर

आधार अपडेशन के लिए प्रतिदिन उमड़ रही भीड़ तीन-तीन चक्कर लगाने के बाद भी नहीं हो पा रहा अपडेशन कार्य

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आधार अपडेशन के लिए प्रतिदिन उमड़ रही भीड़

आधार अपडेशन के लिए प्रतिदिन उमड़ रही भीड़

आधार प्रोफाइल में बायोमेट्रिक जानकारी को अपडेट करने और अन्य सुधार करने इन दिनों जिलेभर में मॅडेटरी बायोमेट्रिक अपडेशन (एमबीयू) की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा कराने के लिए बच्चे बड़े सभी बेजा परेशान हो रहे हैं। जिला मुख्यालय के अलावा जिले के लालबर्रा क्षेत्र अपडेशन को लेकर बेजा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार लालबर्रा क्षेत्र की 77 ग्राम पंचायतों के बच्चों और बड़ों के लिए लालबर्रा के डाकघर में एक मात्र आधार सेंटर बनाया गया है। इस कारण प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आधार अपडेशन के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन इनमें कुछ का ही आधार अपडेशन हो पा रहा है। शेष को अगले दिन के लिए बैरंग ही लौटा दिया जा रहा है।

कई ऐसे भी ग्रामीण यहां पहुंचकर परेशान होते देखे जा रहे हैं। जो कई किमी दूर से ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने के बाद बिना कार्य करवाए ही वापस लौटाए जा रहे हैं। उनके समय और पैसे दोनों की बर्बादी हो रही है।

सुबह से लग रही लंबी कतार

पत्रिका ने लालबर्रा डाकघर का मुआयना किया। इस दौरान यहां सुबह 9 बजे ही लंबी लाइन लगी नजर आई। कई बार पालकों को नंबर न लग पाने के कारण अपडेशन के लिए दो से तीन बार इस केन्द्र तक आना पड़ता है। पालकों की मांग है कि बच्चों के एमबीयू अपडेशन के लिए केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। ताकि इस प्रक्रिया में किसी तरह की परेशानी न आए। इसी तरह नाम, मोबाइल नंबर बदलने पहुंचने वाले ग्रामीण भी बेजा परेशान होते नजर आए।

मिलान न होने की परेशानी

बताया गया कि पांच से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए लागू किया गया एमबीयू परेशानियों से भरा है। इससे आधार अपडेट करने वाले कर्मचारी से लेकर पालक और स्कूली शिक्षक भी परेशान हैं। जानकारी के अनुसार, जिन बच्चों को पहलें आधार कार्ड बन चुका है, उन्हें इसे अपडेट कराना अनिवार्य है। इसके लिए बच्चे की उंगलियों के निशान, आइरिस का मिलान कराना जरूरी है, लेकिन कई मामलों में मिलान न होने से बच्चे की अपडेशन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती।

एक दिन में 40 से 50 के ही आवेदन

डाकघर से जानकारी लेने पर सामने आया कि एक दिन में 40 से 50 लोगों के आधार का ही अपडेशन संभव है। इस कारण कर्मचारी सुबह आकर अपडेशन के लिए भरी जाने वाली जानकारी का फार्म दे देता है। इसके जिनके फार्म भरे गए हैं, उन्हीं का कार्य किया जाता है। शेष लोगों को बैरंग लौटा दिया जाता है। ऐसे में खासकर वे लोग परेशान हो रहे हैं, जो कई किमी दूर से यहां पहुंचते हैं। समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण फार्म नहीं ले पाते हैं, जिन्हें पुन: दूसरे दिन आना पड़ता है।

सुविधाओं की भी बेजा कमी

लालबर्रा डाकघर के एक मात्र आधार सेंटर में व्यवस्थाओं और सुविधाओं की भी बेजा कमी बनी हुई है। जगह कम होने से धक्का मुक्की वाला माहौल रहता ैहै। बैठक, पेयजल, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी टोटा बना हुआ है। इस कारण खासकर बच्चों और महिलाओं को खासी परेशानियां हो रही है। दिनभर यहां युवतियां और महिलाओं को इन सुविधाओं के अभाव में परेशान होते देखा जा सकता है।
वर्सन
क्षेत्र में एकमात्र आधार सेंटर होने के कारण इस तरह की समस्याएं आ रही है। लेकिन जितने जगह व मैन पॉवर है उसके हिसाब से काम किया जा रहा है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं।
वर्षा वरकड़े, सब पोस्टमास्टर लालबर्रा

आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है। हम पोस्ट मास्टर से जानकारी लेकर इसमें क्या किया जा सकता है दिखवाते हैं।
भूपेन्द्र अहिरवार, तहसीलदार