
Bharat Taxi: देश में टैक्सी सर्विस सेक्टर में बड़ा बदलाव आने वाला है। सरकार अब निजी कैब कंपनियों जैसे OLA और UBER को सीधी टक्कर देने जा रही है। दरअसल, 'भारत टैक्सी' नाम से जल्द एक नई सरकारी कोऑपरेटिव टैक्सी सर्विस लॉन्च की जाएगी, इससे यात्रियों को सस्ती और भरोसेमंद यात्रा मिलेगी साथ ही ड्राइवरों को भी बेहतर आमदनी और सम्मानजनक काम के अवसर मिलेंगे। चलिए जानते हैं क्या है ये भारत टैक्सी सर्विस, कैसे काम करेगी और और ड्राइवर्स और पैसेजंर्स का इससे कैसे फायदा होने वाला है।
भारत टैक्सी देश की पहली कोऑपरेटिव (सहकारी) कैब सर्विस होगी जिसे यूनियन मिनिस्ट्री ऑफ कोऑपरेशन और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के सहयोग से शुरू किया जा रहा है। इस सर्विस का उद्देश्य ड्राइवर और यात्रियों दोनों की समस्याओं का हल निकालना और एक पारदर्शी, भरोसेमंद और भारतीय मॉडल बनाना है जहां ड्राइवर सिर्फ कर्मचारी ही नहीं बल्कि सदस्य और हिस्सेदार भी होंगे।
निजी कैब सर्विसेज जैसे OLA और UBER के आने के बाद भी ड्राइवर और यात्रियों दोनों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसमें अचानक किराया बढ़ना, ऐप की पारदर्शिता की कमी और ड्राइवरों से भारी कमीशन वसूली जैसी दिक्क्तें शामिल हैं। इन्हीं समस्याओं का निवारण करने के लिए सरकार ने एक नया मॉडल तैयार किया है जहां किराया तय रहेगा, सर्विस में ट्रांसपैरेंसी होगी और ड्राइवरों को 100% कमाई मिलेगी।
यह एक मेंबरशिप आधारित सर्विस होगी जो भी ड्राइवर इसमें शामिल होना चाहेंगे वह एक छोटी सी सदस्यता फीस देकर जुड़ सकेंगे और अपनी कमाई का पूरा हिस्सा खुद रख रखेंगे।
यह प्लेटफॉर्म सरकारी डिजिटल सर्विसेज जैसे DigiLocker और UMANG App से जुड़ा होगा ताकि ड्राइवरों और यात्रियों की पहचान और डाक्यूमेंट्स की प्रक्रिया सुरक्षित और आसान रहे।
दिलचस्प बात यह है कि, जहां निजी ऐप्स अपने ड्राइवरों को कैप्टन कहते हैं, वहीं भारत टैक्सी अपने मेंबर्स को सारथी नाम से संबोधित करेगा जो साझेदारी और समानता की भावना को दिखाता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सर्विस नवंबर 2025 से दिल्ली में पहले चरण के रूप में शुरू की जाएगी। शुरुआत में लगभग 650 ड्राइवर-मेंबर टैक्सियां इस योजना का हिस्सा होंगी।
अगर यह मॉडल सफल रहता है तो सरकार इसे 20 शहरों तक दिसंबर 2025 तक बढ़ाने की योजना बना रही है और 2030 तक 1 लाख ड्राइवर जोड़ने का लक्ष्य है।
इस सर्विस को सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड नाम की संस्था चला रही है। इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से आए सहकारी संगठन और ड्राइवर प्रतिनिधि शामिल हैं। यह मॉडल पूरी तरह पारदर्शिता, भरोसे और लंबे समय तक टिकाऊ व्यवस्था पर आधारित है।
Published on:
29 Oct 2025 07:07 pm

