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SIR: वोटर लिस्ट से कट सकते ’15 हजार’ से ज्यादा नाम, रिपोर्ट में खुलासा

SIR campaign: मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य के दौरान अब तक सामने आए आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में 6.45 लाख मतदाताओं में से 4326 मतदाता मृत हो चुके हैं।

प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source - Social Media)
प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source - Social Media)

SIR campaign: एमपी के अशोकनगर जिले में प्रशासन ने निर्धारित समयसीमा से पहले एसआइआर पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया तो अधिकारियों के साथ अन्य कर्मचारी भी फील्ड में जुटे। इससे अब तक जिले में 78.24 प्रतिशत डिजिटाइजेशन हो चुका है। वहीं अब तक की रिपोर्ट अनुसार जिले में 15096 मतदाताओं के नाम सूची से कट सकते हैं।

कलेक्टर आदित्यसिंह के निर्देश पर जिले में एसआइआर महोत्सव मनाया गया, तो छुट्टी के बावजूद बीएलओ के अलावा अन्य शिक्षक, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित अधिकारियों के साथ अन्य कर्मचारियों ने भी सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ड्यूटी की। इससे रविवार को भी कई स्कूल खुले रहे। नतीजा यह रहा कि रविवार शाम 6 बजे तक डिजिटाइजेशन का कार्य 78.24 प्रतिशत हो चुका है।

यानी जिले के 6 लाख 45 हजार 478 मतदाता हैं, जिनमें से 6 लाख 45 हजार 460 प्रपत्र वितरित हो चुके हैं और इनमें से 5 लाख 5 हजार 39 मतदाताओं के प्रपत्र डिजिटाइज किए जा चुके हैं। एसआइआर कार्य पूर्ण करने अभी 11 दिन शेष बचे हैं और 21.76 प्रतिशत मतदाताओं के प्रपत्र डिजिटाइज होने शेष बचे हैं।

आंकड़े: 4326 मृत, 8160 स्थानांतरित

मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य के दौरान अब तक सामने आए आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में 6.45 लाख मतदाताओं में से 4326 मतदाता मृत हो चुके हैं। वहीं जिले में 8160 मतदाता ऐसे हैं, जो स्थाई रूप से स्थानांतरित होकर बाहर जा चुके हैं। वहीं 553 पूर्व से अन्य जगह इनरोल्ड हैं और मतदाता सूची में 2003 ऐसे नाम हैं जो मिल ही नहीं रहे हैं। इससे इन मतदाताओं को ढूंढने का काम चल रहा है। अब तक के इन आंकड़ों के अनुसार इस एसआइआर कार्य के दौरान जिले में करीब 15096 मतदाताओं के नाम सूची से कट सकते हैं।

यह भी खास

-प्रत्येक 10 बीएलओ पर बीएलओ सुपरवाइजर बनाए गए हैं, जो बीएलओ से फॉर्म एकत्रित करने का काम कर रहे हैं।

-कहीं नेटवर्क व सर्वर के चलते बीएलओ डिजिटाइज नहीं कर पा रहे तो सुपरवाइजर उनसे भरे फॉर्म लेकर डिजिटाइजेशन सेंटर ला रहे हैं।

-बाद में उन भरे हुए फॉर्मों की मेपिंग व डिजिटाइज करने का काम डिजिटाइजेशन सेंटरों पर कराया जा रहा है, ताकि समय पर काम हो सके।

-कई बीएलओ ने 80 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण कर लिया है, लेकिन जिनका काम कम है, प्रशासन को फोकस अब उन पर बढ़ रहा है।

-जहां पर काम धीमा चल रहा है, उन जगहों पर अन्य पंचायत सचिवों, रोजगार सहायकों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है।

जिले में एसआइआर की अब तक की स्थिति