
अंबिकापुर. नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न सडक़ों का निर्माण व पैच (Road politics) का काम चल रहा है। निर्माण की आड़ में राजनीतिक रोटी भी सेंकी जा रही है। सडक़ की गुणवत्ता को लेकर कांग्रेस ने पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की के नेतृत्व में निगरानी दल गठित किया है। शहर के नवापारा में चल रहे सडक़ निर्माण कार्य से संतुष्ट न होने पर पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की भडक़ गए। कार्य में लगे कर्मियों को निर्माण रोकने को कहा। निर्माण न रोकने पर उन्होंने अपशब्दों का भी प्रयोग किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामले में महापौर मंजूषा भगत ने कहा कि पूर्व महापौर विकास देखकर बौखला गए हैं। उन्हें अपशब्द नहीं बोलना चाहिए था।
निगम के इंजीनियर एवं ठेकेदार के कर्मी नवापारा में सडक़ निर्माण (Road politics) का काम करने पहुंचे थे। जब वार्डवासियों ने जानकारी ली तो पता चला कि खस्ताहाल सडक़ के मरम्मत का काम स्वीकृत हुआ है। पूरी सडक़ में टायरिंग नहीं होगी, सिर्फ गड्ढे भरे जाएंगे। इसकी जानकारी पार्षद को मिली तो उन्होंने इसकी जानकारी पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की को दी।
सूचना मिलते ही पूर्व महापौर रात को ही अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सडक़ में सिर्फ मेंटनेंस को लेकर सवाल किया तो निगमकर्मियों ने कहा कि गड्ढों को भरा जा रहा है। सिर्फ यही काम स्वीकृत हुआ है।
इसपर भडक़े डॉ. तिर्की ने काम (Road politics) रोकने कहा। जब कर्मी ने काम नहीं रोका तो वे भडक़ गए और अपशब्द का भी प्रयोग किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की ने कहा कि आकाशवाणी चौक से करताराम निवास चौक तक 5 इंच की सडक़ बन रही है। वहां से नवापारा चौक की ओर रिपेयरिंग का काम कराया जा रहा है। वह भी आधे रोड में किया जा रहा है। न गिट्टी हटाई गई और न ही सफाई कराई गई। आधे एरिया में क्या बीजेपी के वोटर (Road politics) हैं और आधे में कांग्रेस के वोटर हैं।
उन्होंने कहा कि जहां से महापौर को जाना है, सिर्फ वहीं रोड चकाचक किया जा रहा है। बाकी सडक़ पर बड़े-बड़े गड्ढें हैं, वहां रिपेयरिंग भी नहीं किया जा रहा है। भाजपा का यह असली चेहरा है, जो रात के अंधेरे में काम दिखाकर जनता को झुनझुना थमा रहे हैं।

डॉ. तिर्की ने कहा कि राष्ट्रपति के दौरा कार्यक्रम के दौरान सिर्फ वहां नई सडक़ बनाई गई, जहां से राष्ट्रपति का काफिला गुजरना था। शेष सडक़ में लोग धूल खा रहे हैं और गड्डों (Road politics) से परेशान हैं। सुनने वाला कोई नहीं है। मंत्री राजेश अग्रवाल से गुजारिश है कि जनता के साथ दोहरा रवैया न अपनाया जाए।
इधर कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने नवापारा चौक पर पूर्व महापौर के साथ दुव्र्यवहार (Road politics) का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व महापौर डॉ. अजय तिर्की निगम क्षेत्र में होने वाले निर्माण कार्य के लिये कांग्रेस द्वारा गठित निगरानी दल के प्रमुख हैं। नवापारा चौक पर सडक के निर्माण पर हो रही खानापूर्ति को लेकर पूरी पार्टी उनके निर्णय के साथ खडी है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा है कि निगम 7 दिन के भीतर नवापारा चौक के साथ ही शहर की अन्य सडकों की मरम्मत नहीं करेगी तो नवापारा चौक को प्रतीक बनाकर कांग्रेस बडा आन्दोलन करने को बाध्य होगी।
डॉ. अजय तिर्की का कहना है कि ये सडक़ का निर्माण (Road politics) नहीं कर रहे थे। मैंने काम रोकने के लिए कहा तो नहीं मान रहे थे। चालक वाहन को आगे बढ़ा रहा था। उसे मैंने डांटा था, भाजपा का यह तरीका है, जिसे आम जनता से नजर हटाने की कोशिश कर रही है।
इस संबंध में महापौर मंजूषा भगत का कहना है कि पूर्व महापौर विकास (Road politics) देखकर बौखला गए हैं। उन्हें गाली नहीं देनी चाहिए थी। यह अशोभनीय है। वे 10 सालों तक निगम के महापौर रहे हैं।
Published on:
24 Nov 2025 08:53 pm

