
अंबिकापुर. समिति प्रबंधकों व कंप्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल के बीच जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत (Paddy procurement start) 15 नवंबर से शुरू हो गई है। एक-दो समितियों को छोडक़र बाकी समितियों में बोहनी तक नहीं हुई। अधिकांश समितियों में ताला लटका रहा। इसका मुख्य कारण समिति प्रबंधकों व ऑपरेटरों की हड़ताल सामने आया है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक केंद्र में नवीन प्रभारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की गई है, लेकिन अनुभवी न होने के धान खरीदी कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।
इन व्यवधानों के बीच आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित नमनाकला में एक किसान ने धान बेचा। धान बेचने पहुंचे किसान अनंत मंडल का कलेक्टर विलास भोसकर ने फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।
सरगुजा जिले में इस वर्ष 55 हजार 937 पंजीकृत किसान और लगभग 58 हजार 219 हेक्टेयर में धान का रकबा है। इसके लिए 54 धान उपार्जन केंद्र (Paddy procurement start) संचालित किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र में नवीन प्रभारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की गई हैं तथा सुरक्षा और निगरानी के लिए उडऩदस्ता दल भी गठित की गई है, ताकि खरीदी कार्य निर्बाध रूप से संचालित हो।
धान खरीदी (Paddy procurement start) 15 नवंबर से 31 जनवरी तक होगी। पहले दिन धान बेचने पहुंचे किसान अनंत मंडल ने बताया कि उनका कुल 78 क्विंटल धान का रकबा है और पहले दिन उन्होंने 20 क्विंटल धान का पहला टोकन कटवाया है।

उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिले में धान बेचने वाला मैं पहला किसान हूं, उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 3100 रुपए प्रति क्विंटल का मूल्य दिए जाने से किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है।
कलेक्टर ने धान समिति केंद्र (Paddy procurement start) में तौल, मापक यंत्र, बारदाना, कंप्यूटर सिस्टम, इंटरनेट सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी किसान को टोकन, तौल या भुगतान में समस्या न हो। उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों में व्यवस्था ऐसी हो कि किसान कम समय में अपना धान बेचकर घर लौट सकें।
जिले में 54 समिति प्रबंधक व 54 ऑपरेटर हैं, जो अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 3 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मांगों में मुख्य रूप से धान की खरीदी (Paddy procurement start) के बाद कम मात्रा में धान मिलने के बावजूद उन पर जिम्मेदारी डाली जाती है, जिसका ये विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा उनकी मेहनत के हिसाब से उचित वेतन भी नहीं मिल रहा है।
समिति प्रबंधकों व ऑपरेटरों के हड़ताल के बीच जिला प्रशासन ने समितियों में नई नियुक्ति कर धान खरीदी की शुरूआत तो कर दी है, लेकिन जो नियुक्त किए गए हैं वे अनुभवी नहीं हैं। ऐसे में खरीदी कार्य बाधित हो रहा है। ऐसी स्थिति में अधिकांश धान खरीदी केन्द्रों पर ताला लटका रहा।
हड़ताल पर बैठे समिति प्रबंधक व ऑपरेटरों की बर्खास्तगी की नोटिस शासन स्तर पर वायरल हो रहा है। हालांकि नोटिस अभी हड़ताली कर्मचारियों (Paddy procurement start) को नहीं मिला है। वायरल बर्खास्तगी नोटिस संदिग्ध माना जा रहा है। वायरल नोटिस के अनुसार सरगुजा में एक व कोरिया में 2 समिति प्रबंधकों की बर्खास्तगी की बात सामने आ रही है।
Published on:
15 Nov 2025 08:18 pm

