
रामगढ़ क्षेत्र में एनएच 248ए पर कस्बे में बने खुले सीवरेज चैंबर हादसे का कारण बन रहे हैं। टूटे ढक्कन और बड़े-बड़े खुले चैंबर रोजाना हादसों का कारण बन रहे हैं। दोपहिया और चारपहिया वाहन इनमें गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं, जिससे चालक और सवारियां घायल हो रही हैं। स्थानीय लोगों ने इन चैंबरों को ‘मौत का चैंबर’ कहकर प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
नीलगाय गिरी खुले चैंबर में, कई घंटे चला रेस्क्यू
शनिवार सुबह रेलवे फाटक के पास एक नीलगाय खुले सीवरेज चैंबर में गिर गई। सूचना पर गौ रक्षा दल और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। कई घंटे की मशक्कत के बाद नीलगाय को बाहर निकाला गया। उसके शरीर पर चोट के निशान मिले, जिसके बाद उसे प्राथमिक उपचार दिया गया।
विश्व हिंदू परिषद के जिला सहमंत्री नवल किशोर ने बताया कि आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार विभाग अब तक बेपरवाह है। वर्षों से ये चैंबर खुले पड़े हैं और इन्हें उच्च गुणवत्ता वाले ढक्कनों से नहीं ढका जा रहा। लोगों का कहना है कि इन गड्ढों पर ध्यान नहीं दिया गया तो किसी दिन बड़ी अनहोनी हो सकती है। सुरक्षा की दृष्टि से जल्द से जल्द चैंबर को ढकने की मांग की गई है।
Updated on:
13 Sept 2025 02:27 pm
Published on:
13 Sept 2025 01:25 pm

