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सुपर एक्सप्रेस वे के रेस्ट एरिया से लोगों की संवर रही जिंदगी, मिल रहा रोजगार

करीब दो हजार बेरोजगार युवाओं के अलावा गरीब परिवारों का बना आर्थिक संबल

पिनान. दिल्ली-मुंबई सुपर एक्सप्रेस-वे का पिनान रेस्ट एरिया लोगों के लिए रोजगार का जरिया बन गया है।यहां करीब दो हजार बेरोजगार युवाओं के अलावा गरीब परिवारों को भी आर्थिक संबल मिल रहा है।

जानकारी के अनुसार रेस्ट एरिया में करीब दो दर्जन फूड कोर्ट, दो पेट्रोल पंप, दो वाहन मेंटेनेंस सेन्टर, दो सर्विस सेंटर, दो चिल्ड्रन पार्क व दो ढाबा संचालित हैं। इन सभी में लगभग दो हजार युवाओं व महिलाओं को रोजगार का अवसर मिल रहा है।संवार रहे जिंदगी

एक्सप्रेस वे के आसपास के गांवों के लोगों का कहना है कि उनकी जिंदगी संवर रही है। उनमें कुछ कर गुजरने का जज्बा जाग रहा है। उनकी मुश्किलें अब स्वत: दूर होती जा रही है। यहां शान-शौकत के बीच बेरोजगार नवयुवकों को आर्थिक स्थिति सुधारने का मौका मिल रहा है। सुबह से शाम तक ड्यूटी से घर लौटने पर परिवारजन भी सुकून महसूस कर रहे हैं।मेडिकल सुविधाओं की कमी

लोगों का कहना है कि सुपर एक्सप्रेस वे पर सभी मूलभूत सुविधाओं के बीच मेडिकल की अहम सुविधा नहीं होना एनएचएआई के मिशन पर सवाल खड़ा कर रहा है। मुसाफिरों के अनुसार सुपर के सफर के दौरान अचानक उल्टी, दस्त, सिर दर्द आदि की शिकायत होती है तो उपचार नहीं मिल पाता। ऐसी स्थिति में मेप के माध्यम से नजदीकी अस्पताल की लोकेशन लेनी पड़ती है। जिससे समय के साथ रूट डायवर्ट की समस्या बनी रहती है।