अलवर शहर के लिए मानसून अच्छी खबर लेकर आया है। इस बार बंपर बारिश से शहर का भूजल स्तर 20 मीटर (65 फीट) बढ़ गया। इसका खुलासा भूजल विभाग ने किया है। शहर के तीन जगहों पर किए गए भूजल मापन के आधार पर यह नतीजा सामने आया। विभाग ग्रामीण एरिया का जलस्तर भी जांच रहा है। इसकी रिपोर्ट भी जल्द सामने होगी। वहां भी संभावना है कि जलस्तर 15 से 20 मीटर बढ़ेगा।
भूजल विभाग की टीम ने शहर के हसन खां मेवात नगर, सर्किट हाउस व मिलिट्री एरिया में भूजल मापन किया गया। उसके बाद टीम ने इसका आकलन किया। नतीजा यह आया कि पानी तीनों ही जगहों पर 65 मीटर गहराई में पाया गया, जबकि मई में पानी की गहराई 85 मीटर थी। इस तरह 20 मीटर पानी बढ़ गया है। जलदाय विभाग, नगर निगम के शहर में जो बोरिंग हैं, उनमें पानी की आवक बढ़ी है। जलदाय विभाग की एक दर्जन बोरिंग ऐसी थी, जो कभी भी फेल हो सकती थी, लेकिन उन्हें इस बढ़े जलस्तर से जीवनदान मिल गया।
पिछले साल ढाई मीटर बढ़ा था जलस्तर, इस बार 10 गुना ज्यादा
पिछले साल भूजल विभाग ने भूजल स्तर का मापन किया तो मई 2024 में पानी का स्तर 89.60 मीटर था और बारिश के बाद सितंबर में 87.10 मीटर गहराई पर पानी मिला। इस तरह पिछले साल ढाई मीटर ही जलस्तर बढ़ा था, लेकिन इस बार 20 मीटर बढ़ा है, जो अपने में बड़ी बात है। माना जा रहा है कि यह भूजल स्तर अगली बारिश से शहर को काफी पानी देने में सहायक होगा। क्योंकि फेल होने वाली बोरिंग से पानी आता रहेगा, जिससे शहर की आपूर्ति होती रहेगी।
809 एमएम बारिश
अलवर में औसत बारिश 555 मिमी है, लेकिन अब तक 809 एमएम बारिश हो चुकी है। जल संसाधन खंड के 22 बांधों में से 11 बांधों में पानी आया।
यह भी हुआ
बारिश अधिक होने से इस बार 9 इंच तक सिलीसेढ़ में चादर चली।
जयसमंद में 15 मीटर से ज्यादा पानी आया, जिससे भूजल स्तर में सुधार हुआ।
शहर स्थित सागर भी ओवरफ्लो हो गया।
सिलिबेरी, मंगलसर, जय सागर, जैतपुर, समर सरोवर, बाघेरी कुंड में भी पानी आया।
शहर में वार्ड 65
आबादी 4.62 लाख
पानी की जरूरत 6.30 करोड़ लीटर
आपूर्ति 3 करोड़ लीटर
नलकूप 340
ओवरहेड टैंक 140
मई व सितंबर माह के भूजल स्तर का मापन किया गया। मई में 85 मीटर पर पानी था और अब 65 मीटर पर। यानी 20 मीटर भूजल स्तर बढ़ा है। इस बार बारिश अच्छी होने से जलस्तर पिछले साल के मुकाबले काफी बढ़ा है - कैलाश चंद शर्मा, कनिष्ठ भूजल वैज्ञानिक अलवर
Published on:
13 Sept 2025 11:50 am