गरबा व डांडिया के लिए नई डिजायनर ड्रेस की काफी डिमांड
अलवर. नवरात्र के चलते शहर में डांडिया व गरबा के आयोजन हो रहे हैं। इनमें शामिल होने वाले युवक-युवतियों में से किसी ने हेयर स्टाइल में बदलाव किया है, तो किसी ने नए तरीके की ड्रेस पहनी है। ड्रेस डिजाइनिंग में भी नए प्रयोग किए गए हैं। ड्रेस वही पसंद की जा रही है, जिसमें गरबा और डांडिया करने में आसानी रहे। ड्रेस विक्रेता इंद्र कुमार सैनी बताते हैं कि गरबा व डांडिया के लिए नई डिजायनर ड्रेस की काफी डिमांड है। पारंपरिक गुजराती जैकेट के साथ पायजामा या धोती का कॉबिनेशन पसंद किया जा रहा है। शीशे और धागे के काम वाली चनिया-चोली में इस बार कई बदलाव आए हैं। हल्के कपड़े जैसे कॉटन, लिनेन और सिल्क वाले कपड़े में चनिया-चोली का नया रूप महिलाओं को काफी पसंद आ रहा है। पारंपरिक कढ़ाई की जगह अब लोरल प्रिंट, डिजिटल प्रिंट और पेस्टर शेड्स की मांग बढ़ी है।
हेयर स्टाइल भी हट के
फैशन एक्सपर्ट रूबी बताती हैं कि सबसे ज्यादा प्रयोग हेयर स्टाइल में हो रहे हैं। ड्रेसअप में वेस्टर्न मिक्स किया गया है। जींस को बेस बनाकर अपर के लिए रेशमी दुपट्टा और एब्रायडरी कुर्ते को नए लुक के लिए पहना जा रहा है। इस तरह के यूनिक लुक पसंद भी किए जा रहे हैं। युवा इसी तरह की ड्रेस पहनकर गरबा में जा रहे हैं।
ट्रेडिशनल के साथ वेस्टर्न का बनाया सेट
शांतिकुंज निवासी नेहा जैन बताती हैं कि मैंने सादा घाघरा के साथ मिरर वर्क वाला जैकेट मैच किया। हेयर स्टाइल के लिए बालों को स्ट्रेट कर कलर करवा लिया है। हल्का मेकअप व लाइट ज्वैलरी पहनी है। यानि ट्रेडिशनल और वेस्टर्न को मैच किया है।
घाघरा-चोली में ट्िवस्ट
डांडिया एक्सपर्ट चिराग गर्ग ने बताया कि लुक में नए प्रयोग ज्यादातर कॉलेज जाने वाले छात्रों में देखे जा रहे हैं। ड्रेस में वे जींस के साथ मैच कर नए प्रयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही फंकी लुक को बहुत ज्यादा फोकस किया जा रहा है। घाघरा-चोली में भी ट्िवस्ट कर कुछ नया किया गया है। जो पांडालों में आकर्षण का कारण बन रहा है।
Updated on:
30 Sept 2025 02:12 pm
Published on:
30 Sept 2025 12:07 pm