
लक्ष्मणगढ़ (अलवर)। रूस में एमबीबीएस करने गए छात्र अजीत चौधरी का शव सोमवार एक बजे पैतृक गांव कफनवाड़ा पहुंचते ही गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया। इस बीच परिजनों का विलाप देख लोगों की आंखें नम हो गई। एसडीएम अर्चना चौधरी व अन्यों ने छात्र की मां, बहन व परिवार की अन्य महिलाओं को ढांढस बंधाया।

रूस के ऊफा की बश्किर मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस करने गया अजीत चौधरी 19 अक्टूबर को हॉस्टल से दूध लाने की कहकर निकला था, जो वापस नहीं लौटा। 20 अक्टूबर को अजीत के जैकेट व मोबाइल एक रिवर के पास मिले थे। बाद में 6 नवम्बर को उसका शव बांध में मिला।

वहीं पोस्टमार्टम सहित अन्य कार्रवाई के बाद सोमवार को अलसुबह लगभग 4.10 बजे रूस के मॉस्को से दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा। यहां से परिजनों से कागजी कार्रवाई करवाई गई। इसके बाद में शव निजी एम्बुलेंस से अलवर लाए। यहां अलवर सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में मेडिकल बोर्ड ने री-पोस्टमार्टम किया। बाद में 10.50 बजे शव अलवर से पैतृक गांव कफनवाड़ा ले गए, जहां गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।
परिवार ने तीन बीघा खेत बेचकर बेटे को एमबीबीएस करने रूस भेजा था। सोमवार को जैसे ही उसका शव कफनवाड़ा घर पहुंचा तो जवान बेटे की अर्थी देखकर पिता-माता व बहन-भाई व परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। आंखों से आंसू नहीं रुके।
Updated on:
17 Nov 2025 06:22 pm
Published on:
17 Nov 2025 06:15 pm

