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दोहरे मौसम के चलते बढ़े खांसी बुखार के मरीज, एंटीबायोटिक दवाइयों की खपत बढ़ी

चिकित्सक से सलाह लिए बिना नहीं लेनी चाहिए कोई दवाई

file photo

Ahmedabad: गुजरात भर में बदले मौसम के मिजाज से इन दिनों दिन और रात के तापमान में काफी अंतर हो गया है। रात और दिन के तापमान में लगभग 10 डिग्री या उससे अधिक का अंतर होने के चलते सूखी खांसी, बुखार, सर्दी के केस बढ़ रहे हैं।चिकित्सकों की मानें तो एक सप्ताह पूर्व की तुलना में इन दिनों इन बीमारियों के 20 से 25 फीसदी तक मरीज बढ़े हैं। इसके चलते एंटीबायोटिक दवाइयों की खपत भी बढ़ गई है।

अहमदाबाद के सीनियर फिजिशियन डॉ. प्रवीण गर्ग ने बताया कि तापमान में उतार चढ़ाव के चलते वायरल संंबंधी मरीजों में पिछले कुछ दिनों से वृद्धि हुई है। हाल में लोगों को सबसे अधिक परेशानी का कारण सूखी खांसी है। लंबी चलने वाली इस खांसी पर दवाइयों का भी जल्द प्रभाव नहीं होता है। इसके अलावा बुखार, जुकाम, सर्दी, चक्कर, घबराहट जैसे केस बढ़े हैं। पिछले एक सप्ताह की तुलना में इन दिनों जो मरीज आ रहे हैं, 20 से 25 फीसदी मरीज इन बीमारियों के ही हैं।

चिकित्सक से परामर्श के बाद ही लें दवाई

डॉ. गर्ग ने बताया कि अनेक लोग ऐसे हैं, जो खांसी या बुखार होने पर चिकित्सक से परामर्श लिए बिना ही दवाई ले लेते हैं। इस तरह का कदम कभी-कभी गलत साबित भी हो सकता है। इन दिनों बीमारी का शिकार हो रहे लोगों को बिना काम के घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। समय- समय पर गुनगुने पाने से कुल्ला करने और पौष्टिक भोजन लेने की भी उन्होंने सलाह दी है।

10 से 15 फीसदी तक बढ़ी एंटीबायोटिक दवाइयों की खपत

अहमदाबाद कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जशवंत पटेल ने बताया कि शहर में दोहरे मौसम के प्रभाव से लोग बीमार हो रहे हैं। ऐसे में सामान्य एंटीबायोटिक दवाई और कफ सिरप की खपत लगभग 15 फीसदी तक बढ़ी है। उन्होंने कहा कि इन दिनों कफ सिरप में लोगों का रुझान आयुर्वेदिक दवाइयों की ओर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सूखी खांसी में उपयोग के लिए आयुर्वेदिक में कई तरह की सिरप उपलब्ध हैं।