
अहमदाबाद. पश्चिम रेलवे के तहत गुजरात राज्य के कच्छ जिले में 194 किमी लंबी चार नई रेल लाइन से क्षेत्र का समग्र विकास होगा। 3375 करोड़ रुपए की लागत से दिशा और दशा में बदलाव आएगा। साथ ही नई इंडस्ट्री और व्यापार का आगमन भी होगा।
कच्छ के देशलपर-हाजीपीर-लूना (81.771 किमी) एवं वायोर-लखपत (62.686 किमी) नई ब्रॉडगेज रेल लाइन परियोजनाओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वीकृति दी है। साथ ही भुज-नलिया रेल लाइन का वायोर तक विस्तार एवं नलिया-जखौ पोर्ट नई रेल लाइन सहिज लगभग 194 किमी की नई रेल लाइन बिछाने पर 3375 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
भारत में उत्पादित कुल लाइम स्टोन का लगभग 70 प्रतिशत उत्पादन कच्छ में होता है, जिससे यह क्षेत्र देश की सबसे बड़ी लाइम स्टोन बेल्ट के रूप में पहचाना जाता है। कच्छ में उपलब्ध बेंटोनाइट मिट्टी भी विश्वभर में अपनी उत्कृष्ट गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। अबडासा, मांडवी और लखपत तहसील में 209 बेंटोनाइट खदानें सक्रिय हैं, यहां से लगभग 60 मिलियन टन उत्पादन प्रतिवर्ष होता है।
पश्चिम रेलवे के अंतर्गत नई रेल लाइनों के निर्माण और उन्नयन से रक्षा बलों की तैनाती, सैन्य सामग्री के परिवहन तथा आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इससे देश की सामरिक शक्ति और सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी।
भुज-नलिया रेल लाइन (101.40 किमी) का अब नलिया से वायोर तक (24.65 किमी) रेल लाइन का अनुमानित लागत 437.18 करोड़ रुपए से विस्तार का किया जा रहा है। इससे सीमेंट उद्योग को रेल सुविधा का लाभ मिलेगा।
नलिया-जखौ पोर्ट (24.88 किमी) नई ब्रॉडगेज रेल लाइन भुज-नलिया खंड के नलिया स्टेशन से प्रारंभ होकर अबडासा तहसील के जखौ बंदरगाह तक जाएगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 410.46 करोड़ रुपए है। यह बंदरगाह पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय तटीय सीमा से 67 किलोमीटर दूर है।
देशलपर-हाजीपीर-लूना (81.771 किमी) एवं वायोर-लखपत (62.686 किमी) नई ब्रॉडगेज रेल लाइन परियोजना की लंबाई लगभग 145 किमी होगी। इसे 2526.47 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। इसके अंतर्गत 15 स्टेशन, 91 रोड अंडर ब्रिज, 39 बड़े पुल, 74 छोटे पुल और 690 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। इस परियोजना में 2 गुणा 25 केवी एसी विद्युत प्रणाली का उपयोग किया जाएगा।
देशलपर-हाजीपीर-लूना के बीच देशलपर, पालीवाड़, नखत्राणा, अरल मोटी, फुलाय, हाजीपीर, लूना स्टेशन और वायोर-लखपत के बीच वायोर, हरुड़ी, बारंडा, बुदधा, नारायण सरोवर, कपूरासी, छेरी मोटी, लखपत स्टेशन प्रस्तावित हैं।
Published on:
16 Nov 2025 10:40 pm

