जामनगर. देवभूमि द्वारका जिले में भगवान श्री कृष्ण की नगरी द्वारका में शनिवार को दूसरे दिन भी अतिक्रमण हटाए गए। द्वारका के एक रिहायशी इलाके में अवैध रूप से बने दो धार्मिक अतिक्रमणों, एक इमारत व दुकान सहित प्रशासन ने कुल 6652 वर्ग मीटर सरकारी मुक्त कराई। इसका बाजार मूल्य 18.3 करोड़ रुपए आंका गया है।
जानकारी के अनुसार, द्वारका में हाथी गेट के सामने जलाराम इलाके में अवैध रूप से बने बड़े अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई शुक्रवार को आरंभ की गई। इस दौरान एक रामदेव भवन, दो धार्मिक अतिक्रमण और दुकान को ध्वस्त किया गया।
इस अभियान में दो जेसीबी और एक ट्रक का इस्तेमाल किया गया। द्वारका के प्रांत अधिकारी, तहसीलदार और पुलिस की एक टीम की मौजूदगी में अभियान के दौरान लोगों की भीड़ एकत्र हो गई।
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 20 से अधिक पुलिसकर्मियों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में दहशत फैल गई। इस कार्रवाई के जरिए प्रशासन ने कुल 6652 वर्ग मीटर सरकारी भूमि को मुक्त करवाया। इसका बाजार मूल्य 18.3 करोड़ रुपए आंका गया। प्रशासन ने भीमराना में 4 दिन पहले 40 साल पुराना अतिक्रमण हटाया था।
एक वर्ष में 317 करोड़ की भूमि से अतिक्रमण किए ध्वस्त
जानकारी के अनुसार, द्वारका क्षेत्र समुद्री सुरक्षा, धार्मिक आस्था और पर्यटन के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में सरकारी भूमि पर विभिन्न प्रकार के आवासीय, व्यावसायिक और धार्मिक अतिक्रमण थे। इसे देखते हुए, जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने के लिए पिछले एक वर्ष में एक विशेष अभियान चलाया गया। इसमें कुल 317 करोड़ रुपए की सरकारी भूमि से अतिक्रमण ध्वस्त किए गए।
Updated on:
13 Sept 2025 10:53 pm
Published on:
13 Sept 2025 10:49 pm