
वडोदरा. गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजी) के छठे दीक्षांत समारोह में शनिवार को विभिन्न संकायों के कुल 662 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. हसमुख अढिया मुख्य अतिथि थे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की। दीक्षांत संबोधन में डॉ. अढिया ने कहा कि हमें सदैव सकारात्मक तथा विनम्र रहना चाहिए। तकनीकी ज्ञान के साथ भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने का सतत प्रयास करते रहें।
उन्होंने सफल जीवन के लिए ख्वाब फॉर्मूले बारे में बताया। डॉ. अढिया ने कहा कि ज्ञान प्राप्त करने की कोई आयु या सीमा नहीं होती, इसे निरंतर बढ़ाते रहना चाहिए। बिना मेहनत के कोई भी व्यक्ति ऊंचे पद तक नहीं पहुंच सकता। मानसिक और शारीरिक शक्ति सफलता का महत्वपूर्ण आधार है। चाहे कितना भी ज्ञान हो, लेकिन जब तक मनुष्य में विनम्रता और उचित व्यवहार नहीं होगा, वह सफल नहीं बन सकता।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाशंकर दूबे ने कहा कि विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर में पहली बार दीक्षांत समारोह का आयोजन होना विश्वविद्यालय परिवार के लिए गौरव का विषय है।
समारोह में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों यथा अर्थशास्त्र, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान तथा गुजराती विभाग में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 6 छात्रों को सीयूजी पदक तथा प्रायोजित स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। कुल 47 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सीयूजी पदक प्रदान किए गए।
Published on:
15 Nov 2025 10:00 pm

