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ओढव में बिल्डर की हत्या, विराटनगर ब्रिज के नीचे कार से मिला शव

-पूर्व हिस्सेदार की लिप्तता आई सामने। पैसे देकर हत्या कराने का खुलासा हुआ। राजस्थान से तीन आरोपी को हिरासत में लिया गया।

Odhav
बिल्डर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार दो आरोपी। एक नाबालिग हिरासत में।

Ahmedabad. शहर में हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। खोखरा, पालडी के बाद ओढव थाना क्षेत्र में भी हत्या का मामला सामने आया है। विराटनगर ब्रिज के नीचे बुधवार रात एक कार से बिल्डर का शव बरामद हुआ है। सीसीटीवी कैमरों की मदद से जांच करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को राजस्थान से हिरासत में लिया है।

ओढव थाने के पीआई पी.एन. झिंझुवाडिया के अनुसार 13 सितंबर की रात को पुलिस को सूचना मिली कि विराटनगर चार रास्ते के पास गीतानगर सोसाइटी के सामने ब्रिज के नीचे एक कार की डिक्की में शव है। मौके पर पहुंचकर मृतक की शिनाख्त बिल्डर हिम्मत रुडाणी (63) के रूप में हुई। उनके शरीर पर अलग-अलग जगह तीक्ष्ण हथियार से वार के कई निशान थे, जिससे हत्या होने का खुलासा हुआ। हिम्मत की उनके बेटे धवल से शनिवार सुबह 10.30 बजे के करीब भाट टोल प्लाजा के पास बातचीत हुई थी।

डीसीपी की अध्यक्षता में 5 टीमें जुटीं

घटना की गंभीरता को देखते हुए जोन-5 डीसीपी डॉ.जीतेश अग्रवाल ने खुद की अध्यक्षता में एक समिति गठित की। आई डिवीजन एसीपी के सुपरविजन में जोन-5 की एलसीबी और ओढव पुलिस, रामोल पुलिस , निकोल थाने की टीमों को जांच में लगाया।

सीसीटीवी से लगा सुराग, 100 कैमरों के फुटेज खंगाले

जांच में जुटी टीमों को विराटनगर ब्रिज के पास लगे सीसीटीवी कैमरे से शंकास्पद आरोपियों का सुराग लगा। कड़ी जोड़ते हुए 100 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया, जिससे पता चला कि आरोपी राजस्थान की तरफ भागे हैं। ऐसे में जोन-5 डीसीपी ने बनासकांठा जिला एसपी से संपर्क कर आरोपियों की जानकारी दी। बनासकांठा जिले की एलसीबी, हमीरगढ़ पुलिस ने ओढव पुलिस से संपर्क में रहते हुए आरोपियों का पीछा करते हुए तीन आरोपियों को राजस्थान के सिरोही से हिरासत में ले लिया। इनमें बापूनगर हीरावाडी निवासी हिमांशु उर्फ राहुल राठौड़ और राजस्थान के सिरोही जिले के जावल निवासी पप्पू मेघवाल तथा एक नाबालिग शामिल है। हिमांशु सिक्योरिटी गार्ड है। ये मनसुख की साइट पर काम करता है।

पूर्व हिस्सेदार लाखाणी की लिप्तता, तलाश शुरू

जोन 5 डीसीपी डॉ.जीतेश अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि बिल्डर हिम्मत रूडाणी की हत्या में उनके पूर्व व्यावसायिक हिस्सेदार मनसुख लाखाणी उर्फ जेकी की लिप्तता सामने आई है। पकड़े गए आरोपियों की पूछताछ में सामने आया कि मनसुख ने ही आरोपियों को हिम्मत की सुपारी दी थी। ऐसे में पुलिस मनसुख की तलाश में जुटी है।

मनसुख के पुत्र विरुद्ध दर्ज कराई थी एफआई

आरप्राथमिक जांच में सामने आया कि एक समय व्यापारिक हिस्सेदार रहे हिम्मत और मनसुख के पुत्रों के बीच भी अनबन हुई थी। हिम्मत के पुत्र धवल ने मनसुख के पुत्र किंजल के विरुद्ध 2024 में सीआईडी क्राइम में डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।